जमशेदपुर: जमशेदपुर से कुवैत गए कमलजीत सिंह 11 दिनों तक मौत से जूझने के बाद जिंदगी की जंग हार गये।
उनकी बुधवार को दोपहर में उनका कुवैत में निधन हो गया। उनकी मौत की खबर सुनते ही जमशेदपुर में शोक की लहर फैल गई।
घटना के संबंध में मृतक के भाई परमजीत सिंह ने प्रेस को बताया कि 19 नवंबर 2021 को कमलजीत सिंह कुवैत काम करने गए थे ।
वहां एक कंपनी में रिंगर का काम कर रहे थे। 15 जनवरी को वह स्थित अपने घर से बाहर निकले थे। इस बीच बम ब्लास्ट में जख्मी हो गए।
बम ब्लास्ट के दौरान दो लोगों की मौत भी हुई थी। इसकी जानकारी किसी ने फोन कर परिवार को सूचना दी। उसके बाद से कमलजीत की कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी।
तब उन लोगों ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री रघुवर दास ,विधायक सरजू राय, और पूर्व विधायक कुणाल सारंगी से मदद की गुहार लगाई।
उनके पहल पर कुवैत के उपराष्ट्रपति कमलजीत को देखने के लिए अस्पताल गए और बेहतर इलाज की व्यवस्था कराई।
परमजीत सिंह ने बताया कि मृतक कमलजीत सिंह अपने पीछे अपनी बूढ़ी मां पत्नी और दो बच्चे को छोड़ गए हैं ।अब उन का भरण पोषण करने वाला कोई नहीं है।
वहीं शहर के विभिन्न गुरुद्वारे और सामाजिक संगठनों ने कमलजीत के स्वास्थ्य होने के लिए अरदास की इसके बाद भी कमलजीत सिंह 11 दिन के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई।
वही घटना की जानकारी मिलने के बाद झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन गुरुदेव सिंह राजा, झारखंड विकास मंच के अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू, रंगरेटा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह गिल आदि कई गणमान्य लोग उनके आवास टुइलाडुंगरी पहुंचे और उनकी माता से मिलकर दुख व्यक्त किया।
उपायुक्त से शव जमशेदपुर मंगाये जाने की गुहार
सरदार शैलेंद्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में उपायुक्त सूरज कुमार को उनकी माता सतवंत कौर द्वारा एक आवेदन देकर कमलजीत के शव को कुवैत से जमशेदपुर लाने का अनुरोध किया है.
सरदार शैलेंद्र सिंह ने बताया कि इसकी जानकारी राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा और विदेश मंत्रालय को भी दे दी गई है।
उन्होंने भी अपने स्तर से कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कमलजीत की मौत से पूरा समाज दुखी है।
उनकी पत्नी माता एवं दो बच्चे हैं। इसको देखने वाला कोई नहीं है। उसके लिए सिख समाज, केंद्र सरकार, झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन से मिलकर उनके परिवार को मुआवजा देने की मांग करेगा।