झारखंड : पति ने सुहागरात में ही रख दी ऐसी शर्त कि पूरी नहीं कर पाई पत्नी और दो साल बाद रिश्ता खत्म

News Aroma Media
3 Min Read

जमशेदपुर: जिले के परसुडीह में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां पति ने सुहागरात में ही पत्नी के साथ ऐसी शर्त रख दी, जिसे वह तमाम कोशिशों के बावजूद पूरी नहीं कर पाई और पति ने अपने कहे अनुसार लगभग दो साल बाद रिश्ता खत्म करने का नोटिस भिजवा दिया।

अब पत्नी इंसाफ के लिए थाने और कोर्ट का चक्कर लगा रही है। इस संबंध में पत्नी ने शादी के कोर्ट में मामला दर्ज कराया है और अब अदालत से न्याय मिलने का इंतजार कर रही है।

क्या है मामला

बताया गया कि 18 जून 2018 को पोटका के हेसलबिल निवासी पल्लवी मंडल की जमशेदपुर के परसुडीह निवासी जयमाल्य मंडल के साथ शादी हुई थी।

जयमाल्य एमबीए में गोल्ड मेडलिस्ट है और वह सिटी यूनियन बैंक लखनऊ में असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर के पद पर जाॅब कर रहा है। शादी के बाद सुगाहरात को ही पति जयमाल्य मंडल ने पत्नी पल्लवी को साफ-साफ शब्दों में कहा कि तुम दो साल में आइएएस बनो, नहीं तो तुमसे रिश्ता तोड़ लूंगा।

झारखंड : पति ने सुहागरात में ही रख दी ऐसी शर्त कि पूरी नहीं कर पाई पत्नी और दो साल बाद रिश्ता खत्म

- Advertisement -
sikkim-ad

इसके बाद वह इंटरव्यू देने की बात कहकर शादी के दूसरे दिन ही घर से चला गया। यह बात सुनकर पल्लवी परीक्षा की तैयारी में जुट गई, लेकिन वह अपने पति का सपना पूरा नहीं कर सकी।

इस बीच जब भी जयमाल्य पत्नी के पास आता तो उससे ठीक व्यवहार नहीं करता था। इधर, सास.ससुर और जेठ.जेठानी पल्लवी को तरह.तरह से प्रताड़ित करने लगे।

आखिरकार प्रताड़ना से तंग आकर पति द्वारा नहीं अपनाए जाने के कारण पल्लवी नवंबर 2018 में न्याय के लिए कोर्ट में चली गई। फिलहाल वह कोर्ट और थाने का चक्कर लगाने को विवश है।

क्या कहती है पीड़िता

ससुराल से प्रताड़ित पल्लवी का कहना है कि पति की शर्त के कारण उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। अगर उन्हें आइएएस पत्नी चाहिए थी तो उन्हें शादी से पहले यह बात बतानी चाहिए थी।

अब तो मेरा जीवन नर्क जैसा हो गया है। क्या करूं, कहां जाऊं कुछ समझ नहीं आ रहा। अपनी शर्त के अनुसार जैसे ही दो साल से अधिक का समय गुजरा तीन माह पहले पति ने तलाक का नोटिस भेज दिया। इससे मैं और परेशान हो गई हूं।

कोर्ट में चल रहा मामला, नो कमेंट

इधर, मामले में पल्लवी के पति जयमाल्य मंडल का कहना है कि मुङो अब इस संबंध में कोई बात नहीं करनी है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट का फैसला आने के बाद ही मैं अपना पक्ष रखूंगा।

Share This Article