पटना : जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि जदयू का राजद में कभी विलय नहीं होगा. गठबंधन है और रहेगा, लेकिन विलय नहीं होगा. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपील की कि गलत तरीके से खबरों को पेश ना करें. हम स्वस्थ राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से मेरे और पार्टी के बारे में खबरें आती रहती हैं. बातें कुछ और होती है और सामने कुछ और आती है.
सुधाकर सिंह पर राजद को लेना है निर्णय
राजद विधायक सुधाकर सिंह के बयान को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जिस शब्द का प्रयोग उन्होंने किया वो किसी के लिए नहीं करना चाहिए. ये काफी आपत्तिजनक है. हम आज भी कहते हैं कि ऐसी टिप्पणी बिलकुल गलत है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. सुधाकर सिंह के मामले पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कई बार लोग काम खरमास में नहीं करते है. खरमास तक इंतजार करें. हम भी इंतजार कर रहें है. सुधाकर सिंह के मामले में निर्णय राजद को लेना है. जगदानंद सिंह द्वारा राम मंदिर पर दिए गए बयान पर कहा, किसी धर्म,महजब,आस्था की चीज पर टिप्पणी नहीं होनी चाहिए. बीजेपी को लेकर बयान दिया गया है तो ठीक है.
राजनीतिक दल का होता है अपना दायरा
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 14 जनवरी को दही चुरा का भोज हमने रखा है. इसको लेकर भी कई तरह की खबर सामने आयी कि किसी समाजिक संगठन के बैनर तले ये आयोजन किया जाएगा. जबकि ये बिलकुल गलत है. कई राजनितिक दल के लोग अलग-अलग समाजिक संगठन में शामिल में होते हैं. कई बार आप राजनीतिक संगठन में नहीं रख सकते, क्योंकि दल का अपना दायरा होता है. कई काम आप राजनीतिक दल से कुछ नहीं कर पाते हैं तो ऐसे में उसे हम सामाजिक संगठन के जरिए करते हैं.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी के एक नेता को जन्मदिन पर ट्वीट कर हमने शुभकामनायें दी, लेकिन मेरे ट्वीट को गलत तरीके से पेश किया गया. जिसका मैं घोर विरोध करता हूं.
जानिए पार्टी की विलय पर क्या बोले उपेंद्र कुशवाहा
नीतीश कुमार के साथ अपनी पार्टी की विलय पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैंने अपनी पुरानी पार्टी का विलय इसलिए किया, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाजिक न्याय के नेता हैं. हम उनके साथ इसलिए आए क्योंकि उनके नेतृत्व में हम काम करें. इसलिए उनके साथ आए हैं. आगे भी मजबूती से साथ रहेंगे. हम स्वस्थ राजनीति करते हैं.