टेंडर कमीशनखोरी मामला : आलमगीर आलम की रिमाड अवधि तीन दिन बढ़ी, IAS मनीष रंजन को सामने बैठाकर हो सकती है पूछताछ

Central Desk

Alamgir Alam on ED Remand : टेंडर घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की रिमांड अवधि कोर्ट ने तीन दिन और बढ़ा दी है। आलमगीर आलम से ED अब तीन दिन और पूछताछ करेगी।

बता दें कि 11 दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद सोमवार को ED ने आलमगीर आलम को PMLA कोर्ट में पेश किया था।

ED ने Court को बताया कि पूछताछ के दौरान उसे आलमगीर आलम से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है, इसलिए ED ने कोर्ट से आलमगीर आलम (Alamgir Alam) की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की। सुनवाई के बाद कोर्ट ने आलमगीर आलम की रिमांड अवधि और तीन दिन बढ़ा दी।

IAS मनीष रंजन और आलमगीर आलम को आमने-सामने बैठाकर हो सकती है पूछताछ

इधर, ED टेंडर घोटाला मामले में IAS मनीष रंजन से 28 मई को पूछताछ करेगी। ED ने मनीष रंजन को 25 मई को समन भेजकर 28 मई को पूछताछ के लिए ED के एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया है। सोमवार को सूत्रों ने बताया कि ED आलमगीर आलम और IAS मनीष रंजन को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी।

बताया जा रहा है कि इसीलिए ED ने कोर्ट से आलमगीर आलम की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की थी। दावा किया जा रहा है कि Alamgir Alam, उनके OSD संजीव लाल और जहांगीर से हुई अब तक की पूछताछ में मनीष रंजन की संलिप्तता सामने आयी है। इसी मामले को लेकर ED की ओर से मनीष रंजन को दूसरा समन भेजा गया है।

बता दें कि मनीष रंजन वर्तमान में भू-राजस्व विभाग के सचिव हैं। इससे पहले वह ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के पद पर पदस्थापित थे। इससे पूर्व मनीष रंजन को ED ने 22 मई को समन कर 24 मई को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन मनीष रंजन ने पत्र भेजकर समय की मांग की थी।

डायरी में लिखा था ‘M’, इसलिए मनीष रंजन से होगी पूछताछ

उल्लेखनीय है कि शुरू में छह दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद आलमगीर आलम को जब कोर्ट में प्रस्तुत किया गया, उसी दौरान ED ने एक डायरी भी कोर्ट के समक्ष रखी। उस डायरी में कई तरह के कोड वर्ड लिखे हुए थे। जिनमें से एक शब्द ‘M’ भी लिखा हुआ था। इसी के आधार पर IAS मनीष रंजन को ED ने दोबारा समन जारी कर 28 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है।

PS के पास मिले थे कैश

बता दें कि छह मई को ED ने आलमगीर आलम के OSD संजीव लाल और उनसे संबंधित लोगों के ठिकानों पर छामारी की थी। इसमें 32 करोड़ 20 लाख रुपये कैश बरामद हुए थे।

पूछताछ के दौरान संजीव कुमार लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को छह मई की देर रात को गिरफ्तार कर किया गया था। इन दोनों से 14 दिनों तक रिमांड पर पूछताछ की गयी है। दोनों अब न्यायिक हिरासत में जेल हैं।

15 मई को गिरफ्तार हुए थे आलमगीर आलम

इस पूरे मामले में कड़ी से कड़ी जुड़ने के बाद ED ने मंत्री आलमगीर आलम को 15 मई की शाम को गिरफ्तार किया था। उससे पहले 14 और 15 मई को ED ने उनसे करीब 14 घंटे पूछताछ की थी।

ED ने कोर्ट को जानकारी दी कि ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर में कमीशनखोरी के मामले में इंजीनियर, अधिकारी और मंत्री का संगठित गिरोह काम कर रहा था।

ED ने इस मामले में नमूने के तौर पर जनवरी में पारित 92 करोड़ रुपये के 25 टेंडर के ब्योरे से संबंधित दस्तावेज भी कोर्ट में जमा किये, जिसमें लिखा हुआ है कि आलमगीर आलम ने सभी 25 टेंडर में कमीशन के तौर पर 1.23 करोड़ रुपये लिये थे।