रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता सुप्रीयो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) ने कहा कि केंद्र की भाजपा (BJP) सरकार अपने एजेंसियों के माध्यम से राज्य सरकार को डराने एवं धमकाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक तौर पर परास्त हो जाने के बाद अपने एजेंसियों के माध्यम से प्रदेश की सरकारों को डराने धमकाने के लिए और चंद लोगों के फायदे के लिए पूरे राज्य में भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है।
सोमवार को बरियातू स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में अनिश्चितता की स्थिति भी पैदा करती है।
झामुमो आज राज्य के 24 जिलों में इस परिस्थिति के खिलाफ अपनी बात रखने के लिए उतरी थी।
उन्होंने कहा कि अजीब विडंबना है कि चुनाव आयोग पूर्णत: एक संवैधानिक संस्था है। ईडी, सीबाआई, एनआई सहित अन्य केंद्र के नियंत्राधीन जांच एजेंसी है।
देश का संविधान लागू है या नहीं देश में
लेकिन ये एजेंसियां अपने से कुछ नहीं कहती, लेकिन उससे पहले सांसद का ट्वीट आ जाता है। आखिर संविधान में कौन सी ऐसी व्यवस्था बनायी गयी है कि देश का एक सांसद केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के बारे में जानकारी देते रहते हैं।
एजेंसी क्या करेगी, उसके क्या फैक्ट फाइनडिंग हैं, इससे संबंधित एजेंसी के अधिकारी नहीं बोलते, पर सांसद निशिकांत दुबे बोल देते हैं।
इसका मतलब यह है कि कहीं न कहीं एक सुनियोजित तरीके से कहानी गढ़ी गयी है। ऐसा लगता है कि केंद्रीय एजेंसी और चुनाव आयोग को केंद्र ने अपना मोहरा बना रखा है।
उन्होंने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे को किसने बताया कि तीसरा विकेट गिरने वाला है। आपसे किसने कहा कि पहला और दूसरा गिर गया है।
देश का संविधान लागू है या नहीं देश में। चुनाव आयोग क्या करेगा वो खबर इनको पहले आयी। केंद्रीय एजेंसियां क्या करेंगी, इनके पास सूचना है।
ऐसी कौन सी व्यवस्था कायम है। यह भयंकर स्थिति है। राज्य में एक आदिवासी को परेशान करने के लिए यह सारा खेल चलाया गया।