दुमका: दुमका केन्द्रीय कारा में विचाराधीन 83 वर्षीय नक्सली रसिक मरांडी की दुमका के फुलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार की देर शाम मौत हो गई।
नक्सली 2017 से दुमका केन्द्रीय कारा में बंद था। वह काठीकुंड प्रखंड के तालडंगाल का रहने वाला था। उसे नक्सली गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
उम्र काफी अधिक हो गई थी और बीमार भी रहने लगा था
नक्सली की उम्र अधिक रहने के कारण वह बीमार रहने लगा था। 10 अप्रैल को दुमका के फुलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई।
केन्द्रीय कारा के कारा अधीक्षक एस चौधरी ने बताया कि रसिक मरांडी नक्सली गतिविधियों में संलिप्तता पाए जाने की वजह से गिरफ्तारी हुई थी।
उसकी उम्र काफी अधिक हो गई थी और बीमार भी रहने लगा था। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।