कोडरमा: डोमचांच के नीरू पहाड़ी-सपही मुख्य मार्ग स्थित अंबादाह जंगल से बुधवार सुबह एक व्यक्ति का शव मिला, जिसकी शिनाख्त ढिबरा (अबरख) कारोबारी अर्जुन साव के रूप में की गई है।
मृतक के शरीर पर चोट के कई निशान हैं। अर्जुन के परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस कस्टडी के दौरान उसकी पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए जम कर हंगामा किया।
लोगों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने और मुआवजे की मांग को लेकर कोडरमा-गिरिडीह मुख्य मार्ग को नीरू पहाड़ी के समीप जाम कर दिया है। जाम देर शाम तक जारी है।
प्रदर्शनकारी डोमचांच पुलिस के संरक्षण में ही उत्खनन कार्य कराए जाने का आरोप लगा रहे हैं। जिले के एसपी कुमार गौरव ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली।
इसके बाद एसपी ने डोमचांच थाना प्रभारी शशिकांत कुमार सहित इंस्पेक्टर विकास पासवान, सतीश पांडेय व नवीन होरो को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
वाहन को लाने ले जाने में स्कॉट का काम करता था
जिला परिषद प्रधान शालिनी गुप्ता ने पुलिस कस्टडी में ग्रामीण की हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
परिजनों के अनुसार, मंगलवार की रात अंबादाह के समीप कुबरी घाटी के पास पुलिस ने ढिबरा (अबरख) लदा 5 ट्रैक्टरों को जब्त किया था और चार ट्रैक्टरों को लेनदेन कर छोड़ दिया।
जबकि खानापूर्ति के लिए ट्रैक्टर सहित अर्जुन साव को पुलिस गिरफ्तार कर थाना ले गई थी और दूसरे दिन उसका शव मिला।
अर्जुन ढिबरा कारोबारियों के वाहन को लाने ले जाने में स्कॉट का काम करता था। पुलिस कस्टडी में अर्जुन की मौत पर केंद्रीय मंत्री सह सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि यह झारखंड में अब तक का सबसे क्रूरतम हत्याकांड है। घटना की न्यायिक जांच हो।