हजारीबाग: 17 साल पूर्व खोया हुआ बेटा बनकर एक युवक द्वारा परिजनों व गांव वालों से ठगी करने का एक मामला सामने आया है।
इस दौरान उसने दंपती समेत गांव वालों को भी साधु बताकर कभी अंगूठी बेचकर तो कभी अन्य तरीकों से ठगा।
मामले का खुलासा तब हुई जब एक युवती को भगाने के शक में युवक से कड़ाई से पूछताछ हुई, पता चला कि परिजन व गांव वाले जिसे अपना सुबोध समझ रहे थे वह उत्तरप्रदेश का गोंडा निवासी मो. सफीक निकला।
मामले का खुलासा होते ही गांव वालों ने युवक की जमकर पिटाई कर दी।
इसके बाद पुलिस को सूचना देकर उसे सौंप दिया गया। मामला इचाक थाना क्षेत्र के झरपो का है। पुलिस रविवार को युवक को हिरासत में लेकर थाना ले गई।
मिलता-जुलता चेहरा देख परिजन खा गए धोखा
बताया जाता है कि 17 साल पहले कौलेश्वर मिश्र का पुत्र सुबोध घर से भाग गया। काफी खोजबीन के बाद भी युवक का कोई पता नहीं चला।
इसके बाद अक्टूबर 2020 में साधु की वेश में मो. सफीक सुबोध के ननिहाल चैपारण पहुंचा, जहां मिलता-जुलता चेहरा होने के कारण लोग उसे अपना सुबोध ही समझ बैठे और इस बाबत सूचना झरपो स्थित उसके परिजनों को भी दे दी।
इस बीच स्वागत-सत्कार देखकर मो. सफीक सुबोध के बारे में पूरी जानकारी लेकर झरपो पहुंच गया। इसके बाद अक्टूबर से अब तक वहां कई बार पहुंच चुका है।
इस दौरान खुद को साधु बताकर कभी अंगूठी बेचने से लेकर अन्य काम के लिए भी उसने लोगों को ठगने का काम किया। ग्रामीणों का आरोप है कि उसने एक महिला से सोने का नाक का फूल भी ले लिया।
गायब हुए बेटे की मां ने ठग को बेटे जैसा प्यार दिया
इतना ही नहीं, कौलेश्वर मिश्र की पत्नी ने उसे बेटे जैसा प्यार दिया। कौलेश्वर मिश्र की बाइक भी वह ले गया।
हालांकि उसे भी बरकट्ठा थाना क्षेत्र में छोड़कर भाग गया। शनिवार को जब वह गांव पहुंचा तो लोग उसकी ताक में लगे थे।
आधी रात उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। सुबह होते-होते उसकी पोल पट्टी खुल गई। गोंडा निवासी मो. सफीक के रूप में पहचान होते ही उसकी पिटाई की गई और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस टीम ने झरपो पहुंचकर युवक को हिरासत में ले लिया।
इस संबंध में इचाक थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर ठग बने युवक को हिरासत में लिया गया है।
कौलेश्वर मिश्र द्वारा शिकायत किए जाने पर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उसके बारे में गोंडा से भी जानकारी जुटाई जा रही है।