झारखंड में यहां प्राइवेट स्कूल की एक शिक्षिका ने फांसी लगाकर गंवाई जान, 7-8 माह से स्कूल बंद होने पर टेंशन में थी

News Aroma Media
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हजारीबाग: महुआडांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बंशकरचा लखेपुर की रहने वाली एक 28 वर्षीया प्राइवेट स्कूल की टीचर विभूति कुजूर, पिता ब्लासियुस कुजूर ने आत्महत्या कर ली।

उसकी लाश घर में दुपट्टे के फंदे पर झूलती हुई पाई गई।

परिजनों ने शाेर मचाकर गांवों वालों को जानकारी दी। पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने शव का पोस्टर्माटम कर परिजनों को सौंप दिया। युवती का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

बताया गया कि लॉकडाउन में स्कूल की नौकरी चली गई थी, इससे वह टेंशन में थी। बेरोजगारी के कारण आत्महत्या कर ली।

क्या है मामला

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इस संबंध में मृतका की मां अगाथा टोप्पो ने बताया कि उनकी पुत्री विभूति कुजूर हजारीबाग के प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका थी।

साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी भी करती थी, परंतु लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद होने की वजह से पिछले 7-8 माह से घर पर ही रह रही थी।

वहीं, पिछले कुछ दिनों से अपने भविष्य को लेकर परेशान भी थी और मानसिक तनाव में थी। इस कारण खाना-पीना भी छोड़ दिया था।

शनिवार को जब मैं और मेरे पति दोनों साथ में खलिहान में धान की दौनी करने गए हुए थे।

इसके बाद जब हम खाना खाने लगभग 9 बजे घर लौटे तो देखा कि बेटी दुपट्टे के फंदे से से लटकी हुई है।

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