रांची: रांची पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को गोवा से रेस्क्यू किया है। आरोप है कि उसे उसका प्रेमी ही गोवा में उसे बेचने के लिए ले गया था।
नाबालिग को रेस्क्यू करने में गोवा पुलिस ने रांची पुलिस की मदद की। रेस्क्यू की गयी वह नाबालिग लड़की फिलहाल गोवा सीडब्ल्यूसी की निगरानी में है। रांची पुलिस उसे जल्द रांची लाने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, चार दिनों पहले उस नाबालिग लड़की की बड़ी बहन ने रांची के चुटिया थाना में एक एफआईआर दर्ज करायी थी। उसमें उसने कहा था कि उसकी नाबालिग बहन ने उसे बताया है कि उसको एक क्रूज पर ले जाने तैयारी हो रही है।
इस सूचना के बाद रांची पुलिस सक्रिय हुई और गोवा सीडब्ल्यूसी से संपर्क साधा। गोवा सीडब्ल्यूसी ने गोवा पुलिस की मदद ली और नाबालिग लड़की को आरोपी युवक के चंगुल से छुड़ा लिया। पीड़िता नाबालिग को फिलहाल गोवा सीडब्ल्यूसी की निगरानी में रखा गया है।
मामले की जानकारी देते हुए सीडब्ल्यूसी रांची के सदस्य बैजनाथ कुमार ने बताया कि उक्त नाबालिग लड़की बोकारो की रहनेवाली है। वह सोशल मीडिया पर फिल्मी गानों पर अपना वीडियो बनाकर पोस्ट किया करती थी। उसके उन वीडियो पर रांची निवासी सूरज नामक एक युवक की नजर पड़ी। उसके बाद सूरज ने साजिश के तहत सोशल मीडिया के ही जरिये नाबालिग से दोस्ती कर ली।
इसके बाद सूरज ने नाबालिग को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। दोनों का ऑनलाइन प्यार परवान चढ़ने लगा। इसी दौरान सूरज ने नाबालिग को बोकारो से रांच बुला लिया।
नाबालिग के रांची पहुंचने पर सूरज ने उससे शादी भी कर ली। उसके बाद सूरज ने नाबालिग से कहा कि वह उसे मुंबई ले जाकर हीरोइन बना देगा। यह कहकर सूरज उसे गोवा ले गया।
बैजनाथ कुमार ने बताया कि गोवा में एक दिन में कई लोग उस नाबालिग के साथ दुष्कर्म करते थे। सूरज भी हर दिन उसके साथ जबरदस्ती किया करता था। इससे परेशान नाबालिग ने मौका पाकर रांची में रहनेवाली अपनी बहन को फोन किया और अपने साथ हो रहे अत्याचार के बारे में बताया।
उसकी आपबीती सुनने के बाद उसकी बहन ने रांची के चुटिया थाना को मामले की सूचना दी। उसके बाद सीडब्ल्यूसी को मामले की जानकारी मिली। सीडब्ल्यूसी की टीम ने तुरंत बचपन बचाओ संगठन, गोवा सीडब्ल्यूसी और गोवा पुलिस को मामले की सूचना दी।
सूचना मिलने के बाद गोवा सीडब्ल्यूसी और गोवा पुलिस की टीम ने सूरज के ठिकाने पर छापा मारा। टीम ने वहां देखा कि उक्त नाबालिग लड़की को एक मॉडल की तरह तैयार किया गया था। पुलिस को वहां देखकर सूरज और उसके साथी वहां से भाग निकले। हालांकि, पुलिस की टीम ने नाबालिग को रेस्क्यू कर लिया।
टीम ने जब नाबालिग से पूछताछ की, तो उसने बताया कि गोवा से मुंबई जानेवाले एक क्रूज में उसकी नीलामी होनेवाली थी। जिस्म के सौदागर वहां उसकी बोली लगाते और जो सबसे ज्यादा पैसे देता, उसे उसके साथ जाने पर मजबूर होना पड़ता।
बताया जा रहा है कि झारखंड में ऐसे कई गिरोह सक्रिय हैं, जो लड़कियों को मुंबई में फिल्म में काम दिलाने का लालच देकर उन्हें जिस्मफरोशी के धंधेबाजों को सौंप दे रहे हैं।
रांची पुलिस इस मामले की तफ्तीश के लिए गोवा पुलिस के संपर्क में है। पुलिस की एक स्पेशल टीम आरोपी युवक सूरज और उसके साथियों को गिरफ्तार करने के लिए छापामारी कर रही है।
रेस्क्यू की गयी नाबालिग लड़की ने सीडब्ल्यूसी और पुलिस की टीम को बताया कि गोवा पहुंचने के बाद ही उसे सूरज की असलियत पता चली।
पता चला कि सूरज सेक्स रैकेट का एजेंट है। वह लड़कियों को मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री में काम दिलाने का झांसा देकर उनसे झूठी शादी करता था और उसके बाद मुंबई या गोवा ले जाकर उन्हें बेच देता था। जब नाबालिग को गोवा में सूरज की असलियत का पता चला, तो उसने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन इसमें उसे कामयाबी नहीं मिली। वह बुरी तरह से सूरज और उसके गैंग के चंगुल में फंस गयी थी।