रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल JAC के मैट्रिक और इंटर के करीब 80 हजार स्टूडेंट्स के रिजल्ट पर कोरोना महामारी के कारण संकट मंडराने लगा है।
अगर अगले हफ्ते भर में इन छात्रों की प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं हुई तो रिजल्ट पेंडिंग हो सकता है। दरअसल, इनकी परीक्षा के लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति मांगी है, लेकिन अब तक इसकी इजाजत नहीं मिली है।
अगर अनुमति मिलने में देरी होती है तो ऐसे स्टूडेंट्स का रिजल्ट पेंडिंग होना तय है। बता दें कि ये वैसे छात्र हैं जो कोरोना की दूसरी लहर के कारण प्रैक्टिकल की परीक्षा नहीं दे सके थे।
सुप्रीम कोर्ट का निर्देश, इसी महीने जारी करें रिजल्ट
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भी जुलाई में ही मैट्रिक के साथ-साथ इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी कर देना है।
उसको देखते हुए जैक ने सभी छात्रों के प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट का अंक तीन से 13 जुलाई तक अपलोड करने का निर्देश दिया है। यह काम शुरू भी हो चुका है। सोमवार से इसमें और तेजी आ गई है।
कोरोना के कारण अप्रैल में प्रैक्टिकल परीक्षा स्थगित
बता दें कि कोरोना के चलते अप्रैल महीने में प्रैक्टिकल परीक्षा समय से पहले ही स्थगित कर दी गई थी।
बाद में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द की गई और नौंवी और 11वीं के रिजल्ट के आधार पर इसके परिणाम तैयार किए जा रहे हैं।
इसमें थ्योरी पेपर के अंक जहां जैक देगा, वहीं प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट के अंक स्कूलों को देने हैं।
कहां फंसा है मामला
शिक्षा विभाग का दावा है कि 85 से 90 फ़ीसदी छात्र-छात्राओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं ली जा चुकी हैं, जो 10 से 15 फ़ीसदी परीक्षार्थी बच गए हैं उनकी प्रैक्टिकल परीक्षा ली जानी है।
शिक्षा विभाग ने इन परीक्षार्थियों के भविष्य को देखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करने की अनुमति मांगी है। इसके लिए पिछले सप्ताह ही आपदा प्रबंधन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है।
बता दें कि मैट्रिक में 4.30 लाख परीक्षार्थी हैं, जबकि इंटर में 3.40 लाख। इनमें से करीब 80 हजार की प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं हो सकी है।
13 जुलाई तक सभी परीक्षाओं के अंक करने हैं अपलोड
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव की वजह से पहले मैट्रिक और इंटर की परीक्षा स्थगित की गई, लेकिन बाद में 10 जून को मुख्यमंत्री ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया।
16 जून को शिक्षा विभाग की ओर से परीक्षा रद्द करने की अधिसूचना जारी हुई। इसके बाद जैक ने 19 जून को स्कूलों से लेकर छात्रों और अभिभावकों को इसकी विधिवत जानकारी दी।
जैक ने रिजल्ट तैयार करने की नियमावली की मंजूरी के लिए प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा। विभाग की सहमति में देरी को देखते हुए 26 जून को जैक ने अनौपचारिक रूप से रिजल्ट तैयार करने की गाइडलाइन जिलों को भेजी।
इसके बाद एक जुलाई को मुख्यमंत्री ने जैक व शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी। दो जुलाई को जैक ने 13 जुलाई तक छात्र-छात्राओं के प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट के अंक अपलोड करने का निर्देश दिया।
क्या कहते हैं जैक अध्यक्ष
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने बताया कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट के करीब 10 फीसदी छात्र-छात्राएं प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं दे सके हैं। उनके लिए शिक्षा विभाग आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति ले रहा है।
सरकार इस पर गंभीर है। उम्मीद है कि जल्द ही अनुमति मिल जाएगी। उसके बाद जैक प्रैक्टिकल लेने का शेड्यूल जारी करेगा।