रांची: आखिरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री के चयन को सहमति दे दी है।
रांची यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक और बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी रहे अनिल महतो तीन साल तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष और केसी कॉलेज बेड़ो के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. विनोद सिंह उपाध्यक्ष रहेंगे।
दोनों के नाम की घोषणा शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने लगभग एक महीने पहले 10 दिसंबर को की थी।
दरअसल, शिक्षा मंत्री की घोषणा के बाद विवाद शुरू हो गया था।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक और 20 सूत्री के कार्यकारी अध्यक्ष स्टीफन मरांडी ने यह कह कर विवाद शुरू कर दिया था कि उनकी पत्नी प्रो. सुहासिनी बेसरा काे अध्यक्ष बनाने के लिए बायोडाटा लिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे सुहासिनी काे अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। जब उन्हें अध्यक्ष बनाना ही नहीं था ताे बायोडाटा मांगना ही नहीं चाहिए था। इसके बाद अधिसूचना जारी होने में हो रही देरी के बाद कई कयास लगाए जा रहे थे।
झामुमो के पास अध्यक्ष का पद रह गया
कांग्रेस और झामुमो में इन पदों काे लेकर माथापच्ची चल रही थी। कांग्रेस काे उपाध्यक्ष का पद मिल गया ताे झामुमो के पास अध्यक्ष का पद रह गया। गुरुवार काे ही शिक्षा मंत्री मुख्यमंत्री से मिलकर अध्यक्ष का नाम फाइनल कर लिया था।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि जैक अध्यक्ष पद के लिए तीन लाेगाें के नाम आए थे। इनमें डॉ. अनिल कुमार महतो, उषा किरण और डॉ. शब्बीर हुसैन शामिल थे। वहीं उपाध्यक्ष के लिए सिर्फ डॉ विनोद सिंह का ही बायोडाटा मिला था।