Encounter of Gangster Aman Saw: झारखंड में कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के एनकाउंटर के बाद उसका शव लेने से उसके परिजनों ने इनकार कर दिया है।
अमन के पिता निरंजन साव का कहना है कि वे पलामू नहीं जाएंगे, बल्कि पुलिस ने जिस तरह उनके बेटे को मारा, उसी तरह शव को घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी उनकी है।
परिजनों के इंतजार में पुलिस, शव मेडिकल कॉलेज में रखा गया
मंगलवार देर रात मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज, पलामू में डॉक्टरों की 5 सदस्यीय टीम ने अमन साव का पोस्टमॉर्टम किया। इस दौरान डॉ विजय सिंह, डॉ आरके रंजन, डॉ एसके गिरी, डॉ उदय कुमार और डॉ सुशील पांडेय मौजूद थे।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव को मेडिकल कॉलेज में ही सुरक्षित रखा गया है, लेकिन परिजनों ने अब तक इसे लेने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
भाई ने मांगी अंतिम संस्कार के लिए जमानत
अमन साव के एनकाउंटर की खबर मिलते ही उसके जेल में बंद भाई आकाश साहू ने कोर्ट में याचिका दायर कर 13 दिनों की औपबंधिक जमानत की मांग की। उसने अदालत में दावा किया कि यह फर्जी एनकाउंटर था और उसे भी जान का खतरा है।
इस पर मंगलवार को एनआईए की विशेष अदालत में आंशिक सुनवाई हुई, लेकिन अभी फैसला सुरक्षित रखा गया है।