Jharkhand Assembly: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र 2025 के दौरान बीजेपी नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल टाइगर की हत्या (Anil Tiger Murder) का मुद्दा गरमा गया।
गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेता वेल में पहुंच गए, जिससे कार्यवाही बाधित हो गई। माहौल तनावपूर्ण होता देख स्पीकर ने बैठक को दोपहर 12:55 बजे तक स्थगित कर दिया।
विधानसभा के बाहर धरना, विपक्ष का आरोप – ‘राज्य में जंगलराज’
BJP विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना देकर झारखंड की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। प्रदर्शनकारी नेताओं का कहना था कि झारखंड में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। बीजेपी नेता CP Singh ने आरोप लगाया कि स्पीकर हत्यारी सरकार को संरक्षण दे रहे हैं और राज्य में अराजकता का माहौल बना हुआ है।
BJP ने सरकार से अनिल टाइगर हत्याकांड के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की। विपक्ष के तीखे तेवरों से सदन में माहौल और गरमा गया।
सत्ता पक्ष का पलटवार, ‘सरकार को अस्थिर करने की साजिश’
झारखंड सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए इसे सरकार को बदनाम करने की साजिश करार दिया। हेमंत सोरेन कैबिनेट के मंत्री सुदिव्य सोनू ने कहा कि हर मुद्दे पर सरकार को दोषी ठहराने की कोशिश की जाती है। उन्होंने हजारीबाग में जुलूस के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा,
“ऐसा क्यों होता है कि हर बार हिंसा उन्हीं इलाकों में होती है, जहां बीजेपी का दबदबा है? यह महज संयोग नहीं, बल्कि गहरी साजिश है।”
सदन में बढ़ा टकराव, कार्यवाही ठप
मंत्री सुदिव्य सोनू (Sudivya Sonu) के बयान के बाद सत्ता पक्ष के विधायक भी विपक्ष के खिलाफ वेल में आ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों के नेता एक-दूसरे के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। लगातार हंगामे के कारण स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 12:55 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।