रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन भी हंगामेदार रहा। रांची नगर निगम की ओर से मकान मालिकों जारी नोटिस मामले में अब विधानसभा के स्पीकर की अध्यक्षता मामले में फैसला लिया जाएगा।
सदन में बुधवार को पुरजोर ढंग से रांची निगम द्वारा 2200 मकान मालिकों को जारी नोटिस का मामला उठा। इसपर जोरदार चर्चा भी हुई।
विधायक प्रदीप यादव के सवाल पर सरकार की ओर से मिले असंतोषजनक जवाब के बाद स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो उपरोक्त फैसला लिया। इसके पहले सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा था कि मुख्यमंत्री से बात कर के इस समस्या का समाधान निकालेंगे।
इस पर प्रदीप यादव ने कहा कि यह उचित नहीं है, आपको मुख्यमंत्री से पहले बात करनी चाहिए थी। इसके बाद प्रभारी मंत्री ने विभागीय सचिव के साथ प्रश्नकर्ता प्रदीप यादव के साथ बैठक करने की बात कही।
असंतोषजनक जवाब मिलने से नाराज प्रदीप यादव ने स्पीकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। इसके बाद स्पीकर ने कहा कि उनकी अध्यक्षता में इस मामले पर फैसला लिया जाएगा।
इसके पूर्व प्रदीप यादव ने पूछा था कि रांची में 2200 मकानों को रांची नगर निगम ने नोटिस दिया है। इससे इन मकानों के टूटने का डर है। जबकि यह मकान झारखंड बिल्डिंग बायलॉज बनने से पहले का है। इसी सवाल के जवाब में उपरोक्त बातें सदन में आई।
भाजपा विधायक नवीन जयसवाल ने भी प्रदीप यादव की मांग को सही करार देते हुए कहा कि जो लोग 70-80 साल से रह रहे हैं उन्हें नोटिस दिया जा रहा है। यह दोहन की साजिश है। जबतक यह मामला सरकार के पास विचाराधीन है तबतक रोक लगाई जाए।
इस सवाल के दौरान विधायक बंधु तिर्की ने सदन में अपनी बात रखते हुए नोटिस भेजे जाने को सही बताया उन्होंने इसके पीछे का आधार सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन बताया है। तिर्की ने कहा कि सरकार इन मकान मालिकों के साथ ठीक कर रही है।
इसके पूर्व कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी से सदन में विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र महतो ने कहा कि वह सदन का वक्त न जाया करें। अध्यक्ष ने कहा जिस मामले में वह नियमन दे चुके हैं, जिसपर सरकार का जवाब आ गया उसको लेकर फिर बेवजह सदन का समय बर्बाद करना उचित नहीं है।
दरअसल स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो ने तारांकित प्रश्न के लिए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी का नाम पुकारा । इरफान अंसारी अपने जगह पर खड़े हुए और अपना तारांकित प्रश्न नहीं पूछकर महाशिवरात्रि के दिन बाबा मंदिर में विधायक अम्बा प्रसाद का मामला उठाने लगे। इसपर स्पीकर ने कहा कि ऐसा नहीं होता है, जो मामला सदन में आ गया