रांची: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में MLA प्रदीप यादव (Pradeep Yadav) ने सालों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं (Irrigation Projects) को लेकर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि राज्य में 50 साल बाद भी कई डैमों का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। Dams के जीर्णोद्धार के नाम पर करोड़ों खर्च होने के बाद भी उनका कैंचमेंट एरिया (Catchment Area) कम हो रहा है और नहरें सूख रही हैं।
राज्य में 29.4 लाख हेक्टेयर खेती योग्य जमीन में से 10 लाख Hectares भूमि पर ही सिंचाई की सुविधा है। प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार डैमो के अधूरे कार्यों को कब तक पूरा करेगी।
सबसे बड़ा आधार सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति: मिथिलेश ठाकुर
प्रदीप यादव के सवाल पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर (Mithilesh Thakur) ने जवाब देते हुए कहा कि अधूरी परियोजनाओं का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। 2025 तक अधूरे योजनाओं (Schemes) को पूरा किया जाएगा।
सालों से लंबित परियोजनाओं को लेकर सरकार गंभीर है। इसपर प्रदीप यादव (Pradeep Yadav) ने कहा कि जो योजनाएं 50 साल में भी पूरे नहीं हुए हैं वे पांच साल में कैसे पूरे होंगे।
इसका क्या आधार है मंत्री बताएं। मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि सबसे बड़ा आधार सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति (Willpower) है। उन्होंने आश्वासन दिया कि 2025 तक अधिकांश परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी।