रांची: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Legislative Assembly) के 29 जुलाई से आहूत Monsoon Session को लेकर बुधवार को स्पीकर कक्ष में बैठक हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्पीकर Rabindranath Mahto ने अधिकारियों को सदन में आने वाले सरकारी बिल में हिन्दी और अंग्रेजी की एकरूपता बनी रहे इसके प्रति सचेत किया।
साथ ही पिछले सत्र में सदन से पास होने के बाद राजभवन के द्वारा बिल को लौटाए जाने पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों से इस पर गंभीरता दिखाने की बात कही।
इसके अलावा Monsoon Session के दौरान सदन में आनेवाले विभिन्न विभागों से संबंधित सवाल और उनके दिये जा रहे जवाब पर चर्चा हुई।
बैठक में स्पीकर ने अधिकारियों को विभागीय अधिकारियों को सदन में उठने वाले प्रश्नों का सही और सटीक जवाब देने को कहा। बैठक में सदन के संचालन के दौरान विधि व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारी (Administrative preparation) पर भी चर्चा हुई।
बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, कार्मिक सचिव वंदना डाडेल और उर्जा सचिव अविनाश कुमार सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
29 जुलाई से पांच अगस्त तक चलेगा मॉनसून सत्र
मानसून सत्र के दौरान छह कार्य दिवस होंगे। सदन की कार्यवाही दिन के 11 बजे से शुरू होगी। 30 एवं 31 जुलाई को शनिवार-रविवार होने के कारण नहीं होगी।
एक अगस्त को वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम अनुपूरक बजट सदन (Budget house) के पटल पर रखा जाएगा। दो अगस्त को वाद-विवाद चर्चा के बाद इसे पारित कराया जाएगा।
तीन अगस्त और पांच अगस्त को राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य यदि हो तो वह होंगे। पांच अगस्त को गैर सरकारी सदस्यों के कार्य, गैर सरकारी संकल्प पटल पर रखा जायेगा।