रांची: झारखंड विधानसभा सभा का मानसूम सत्र शुक्रवार को शुरू होने के साथ ही विरोध और हांगामे का दौर भी शुरू हो गया।
सदन में दिवंगत नेताओं, कलाकारों, समाजसेवियों के प्रति शोक व्यक्त किया जा रहा था उस समय भाजपा विधायकों ने जमकर बवाल काटा।
भाजपा विधायक पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को शोक संदेश पर बोलने के लिये समय नहीं देने पर आक्रोशित हुए।
भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही, सीपी सिंह, मनीष जयसवाल आदि ने जब भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को शोक संदेश बोलने का समय नहीं देकर विपक्ष के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण को बोलने का समय दिया गया, तब इसका विरोध विधायकों ने शुरू कर दिया।
बाबूलाल मरांडी हमारे नेता हैं…
विधायकों का कहना था कि सदन में शोक प्रकाश विधायक दल के नेता के द्वारा रखा जाता है। बाबूलाल मरांडी हमारे नेता हैं। इसलिए उन्हें समय दिया जाये, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी को शोक संदेश पर बोलने के लिए समय नहीं देने पर आक्रोशित हुए।
इस दौरान विधायक बिरंची नारायण बिना शोक प्रकाश रखे बैठ गये। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने विधायक पद्रीप यादव का नाम पुकारा।
जिस पर भाजपा विधायकों ने फिर विरोध शुरू कर दिया। विधायक सीपी सिंह ने कहा कि आखिर किस हैसियत से प्रदीप यादव को बोलने का मौका दिया गया।
हालांकि इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही सोमवार दिन के 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।