दुमका: नियोजन नीति 60-40 (Employment Policy 60-40) के विरोध में 2 दिवस झारखंड बंद को सफल बनाने को आदिवासी परांपरागत (Tribal Tradition) रिति-रिवाज नगाड़ा बजा और सखुआ पत्ता घुमा लोगों को आमंत्रित करेगी।
आमंत्रण 9 जून को गांव-गांव और बाजार में सखुआ का पत्ता घुमाकर किया जायेगा।
सरकार को लागू नियोजन नीति को वापस लेने पर मजबूर
समन्वय समिति के छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने गुरूवार को प्रेसवार्ता में बताया कि 10 एवं 11 जून को हेमंत सरकार के नियोजन नीति 60-40 के विरोध में झारखंड बंद का आह्वान किया गया है।
बंद सिदो कान्हू छात्र समन्वय समिति एवं झारखंड स्टूडेंट यूनियन (Jharkhand Student Union) के संयुक्त तत्वाधान में आहूत है।
बंद का नेतृत्व मुख्य रूप से छात्र समन्वय समिति कर रही है। वर्तमान नियोजन नीति के विरोध में इमरजेंसी सेवाएं छोड़ पूरे झारखंड में 2 दिवसीय आर्थिक नाकेबंदी की जायेगी।
आर्थिक नाकेबंदी कर सरकार को लागू नियोजन नीति को वापस लेने पर मजबूर किया जायेगा।
सत्ता और विपक्ष की पार्टियों का छात्र पूरजोर करेगी विरोध
इस अवसर पर छात्र नेता राजीव बास्की ने मोटर वाहन यूनियन (Motor Vehicle Union) समेत विभिन्न संगठनों से बंद को सफल बनाने का आह्वान किया है।
वर्तमान सरकार की 60-40 नियोजन नीति झारखंडवासियों को गुलाम बनाने काम कर रही है।
सत्ता और विपक्ष की पार्टियों का छात्र पूरजोर विरोध करेगी।