Champai Soren said: सोमवार को हिरणपुर प्रखंड के डंगापाड़ा फुटबॉल मैदान में मांझी परगना बैसी महासम्मेलन हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व सीएम व भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने कहा कि पाकुड़ जिले में आज ऐसे-ऐसे लोग रह रहे हैं, जिनके पास बांग्लादेश और झारखंड दोनों जगह के Voter ID Card है।
झारखंड में हमारी सरकार बनते ही हम इन्हें दूध से मक्खी की तरह निकालकर फेंक देंगे। ये घुसपैठिए हमारे गांवों में बड़े भू-भाग पर कब्जा कर चुके हैं। हम आदिवासियों को उनकी जमीनें इन घुसपैठियों से वापस दिलाएंगे।
मांझी परगना बैसी महासम्मेलन में पूर्व CM वह भाजपा नेता ने दिखाया कड़ा रुख
चंपाई ने कहा कि जब देश अंग्रेजों के अधीन था, उस वक्त पाकुड़ जिले के मार्टिलो टावर से अंग्रेजों ने छुपकर हमारे पूर्वजों पर गोलियां बरसाई थी। हमारे पूर्वजों ने डटकर उनका मुकाबला किया था।
सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो ने महिलाओं की इज्जत, जल, जंगल, जमीन और संस्कृति की रक्षा के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया था। आज फिर हमें जल, जंगल, जमीन और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट होकर सामने आना होगा।
महासम्मेलन को पूर्व विधायक सीता सोरेन सहित कई नेताओं ने संबोधित किया।इससे पूर्व सम्मेलन में विलुप्त हो रही आदिवासी संस्कृति, संथालपरगना रूड़ी व्यवस्था पर चर्चा हुई।
भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में जुटे आदिवासी समाज के लोगों ने जल, जंगल, जमीन, जाहेर थान और मांझी थान को बचाने का संकल्प जाहिर किया।