बोकारो: झारखंड पुलिस में चतरा बल के प्रशिक्षु दारोगा दीपक रजक को अपनी प्रेमिका से विवाह रचाना महंगा पड़ गया है।
दारोगा के इस रिश्ते से लड़की के परिवार वाले बेहद नाराज हैं। ऐसे में उसने बचने के लिए हजारीबाग इचाक मंदिर में ब्याह के बाद बोकारो को अपना ठिकाना बनाया।
वहीं, शुक्रवार को सिटी थाना के पास डेफोडिल होटल में प्रेस कान्फ्रेंस करके घटनाक्रम की पूरी जानकारी दी।
क्या है मामला
कहा कि वो केरेडारी की युवती से पिछले तीन सालों से प्यार करता है। युवती के परिजन लगातार विरोध कर रहे थे।
इसी कड़ी में युवती की शादी छत्तीसगढ़ में तय कर दी गई। युवती ने जब शादी का विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई।
26 अगस्त को युवती घर से निकलकर उसके पास आ गई। फिर कोर्ट गए पर युवती के परिवार वाले पहरा बैठा रखे थे।
इसके बाद इचाक में शादी कर बोकारो चले आये। दरोगा व उसकी दुल्हन बनी प्रेमिका ने एक स्वर में कहा कि वे दोनों एक-दूसरे के लिए बने हैं।
प्रेम कर उन्होंने कोई गुनाह नहीं किया, दोनों बालिग हैं, उन्हें अपना जीवन साथी चुनने का पूरा अधिकार है। उन्हें मौत भी जुदा नहीं कर सकती। वे साथ जिएंगे, साथ मरेंगे।