बोकारो : आरपीएफ पुलिस ने शनिवार को बोकारो स्टेशन से तीन नाबालिग समेत 15 लड़कियों को रेस्क्यू किया है।
इन सभी को चक्रधरपुर से पुरूलिया के रास्ते विजयवाड़ा काम कराने के लिए ले जाया जा रहा था। इस सिलसिले में पुलिस ने पुरूलिया के एक युवक को गिरफ्तार किया है।
स्टेशन मास्टर अजय कुमार हलधर ने बताया कि स्टेशन पर 15 लड़कियां एक साथ बैठी हुई थीं।
जब आरपीएफ की नजर पड़ी, तो संदेह हुआ कि कहीं गलत हाथों के शिकार तो नहीं हो गयी हैं। फिर जब लड़कियों से पूछताछ की गयी, तो कुछ भी साफ-साफ नहीं बता पायीं।
इसके बाद पता चला कि इन्हें काम के लिए विजयवाड़ा ले जाया रहा है। लड़कियों के साथ चक्रधरपुर का एक युवक भी साथ था, जो काम करने इनके साथ जा रहा था।
पुलिस ने इस मामले में पुरूलिया निवासी रोहित चटर्जी को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ से पूछताछ में उसने बताया कि वह इन सभी लड़कियों को चक्रधरपुर से दो दिन पहले पुरूलिया लाया।
एक दिन वहां रखने के बाद शनिवार को बोकारो रेलवे स्टेशन से सभी को धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस से विजयवाड़ा ले जाने की तैयारी में था।
पूछताछ में रोहित ने यह भी बताया है कि सभी लड़कियों को उसके परिवारवालों की सहमति से विजयवाड़ा में मछली गोदाम में काम करने के लिए ले जाया जा रहा था।
रेस्क्यू करायी गयी एक लड़की ने बताया कि पहले यहां से चार लड़कियों को विजयवाड़ा ले जाया गया है।
उसके बाद इसी बात को लेकर रोहित चटर्जी हम सभी के गांव पहुंचा और काम दिलाने के नाम पर विजयवाड़ा ले जाने की बात कहकर घर से लाया है।
लड़की ने बताया कि घर में किसी तरह की कोई राशि नहीं दी गयी है। वहां काम क्या है, क्या करना है, यह भी जानकारी नहीं दी गयी है। उसने कहा कि वह अब अपने घर चक्रधरपुर जाना चाहती है।
इन लड़कियों के साथ काम करने जा रहे चक्रधरपुर के युवक कार्तिक लोहार ने बताया कि वह बहुत गरीब है, जिसके कारण उसे मजदूरी करने के लिए विजयवाड़ा ले जाया जा रहा था। फिलहाल गिरफ्तार रोहित चटर्जी से पुलिस पूछताछ कर रही है।