दुमका: मुर्गी चोरी के आरोप में 45 साल के बाबूजी किस्कू की उसके ही ससुराल में ईंट और पत्थरों से मारकर हत्या कर दी गई।
हंसडीहा में पुलिस ने ओरतारा गांव में सरसों के खेत से अर्धनग्न अवस्था में शव बरामद किया। मृतक सरैयाहाट थानाक्षेत्र के खुटहरी गांव का रहने वाला था। पत्नी शिवानी मुमरू के बयान पर फिलहाल अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
मृतक की पत्नी ने बताया कि पति पांच दिन पहले ही ससुराल ओरतारा गांव आया हुआ था। इस दौरान उसने गांव के ही अपने एक रिश्तेदार की मुर्गी चोरी कर ली।
जब इस बात की जानकारी रिश्तेदार को हुई तो उसने सबक सिखाने का मन बनाया और घटना वाले दिन अपने अन्य भाइयों के साथ बाबूजी को शराब पीने के बहाने बुलाया। सभी ने मिलकर शराब का सेवन किया।
मुर्गी चोरी की बात जैसे ही कबूल की तो कर दिया हमला
शराब के नशे में मृतक ने मुर्गी चोरी की बात जैसे ही कबूल की तो रिश्तेदारों ने ईंट और पत्थरों से हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
साक्ष्य को छुपाने के इरादे से शव को पास के ही एक सरसों के खेत में फेंक दिया। मृतक की पत्नी के द्वारा खबर लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन नहीं दिया था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन को सुपुर्द कर दिया।
पत्नी के बयान पर अज्ञात पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मौत की वजह मुर्गी चोरी सामने आ रही है। महिला ने मारने वाले का नाम नहीं बताया, लेकिन कुछ लोगों पर शक जरूर जाहिर किया है। जल्द ही मामले में संलिप्त आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पेहले भी रिश्तेदार का बैल चोरी कर लिया था
बताया जाता है कि मृतक ने पांच वर्ष पूर्व भी अपने उसी रिश्तेदार का बैल चोरी कर लिया था। उसके बाद वह वापस ससुराल ओरतारा नहीं गया।
बुधवार को पांच साल बाद ससुराल गया तो उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। मुर्गी के बाद बैल चोरी भी वारदात की वजह मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार मृतक की हत्या बुधवार को ही कर दी गई थी, उसके बाद गांव में आदिवासी समुदाय की पंचायत बुलाई गई थी।
पंचायत में हत्यारों ने मामले को दबाने के लिए अपने स्तर से पूरा प्रयास किया। आर्थिक दंड न दे पाने की वजह से बात नहीं बनी।
मृतक के शव को छिपाने की नीयत से खेत में फेंक दिया, ताकि अगले दिन ठिकाने लगा सकें। कुछ लोगों की नजर शव पर पड़ी तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।