Hemant Soren Resign: बुधवार को हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद तत्काल चंपई सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा राज्यपाल CP राधाकृष्णन के समक्ष पेश किया गया।
लेकिन, गुरुवार को अब तक उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। सियासी गलियारे में फुसफुसाहट शुरू हो गई है कि कहीं कुछ गड़बड़ इरादा तो नहीं है।
आलमगीर आलम बन सकते हैं डिप्टी चीफ मिनिस्टर
इस तरह की चर्चा चल रही है कि महागठबंधन के अंदर बदले समीकरण से जहां फिर से सरकार बनाने की बड़ी चुनौती है, वहीं सरकार बनने पर नए चेहरों को मंत्री का पद मिलने की संभावना है। ऐसा सिर्फ कांग्रेस ही नहीं JMM में भी देखने को मिल सकता है। कांग्रेस नई सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद भी मांग सकती है।
विधायक दल के नेता आलमगीर आलम उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं। कुछ लोग ऐसा भी कह रहे हैं कि नई सरकार में डॉ रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल को नई कैबिनेट में शामिल नहीं किया जा सकता है। इनकी जगह पर विधायक दीपिका पांडेय सिंह, भूषण बाड़ा और रामचंद्र सिंह को मौका मिल सकता है। हालांकि इसका कोई ठोस आधार नहीं दिखता है।
JMM भी अपने नए मंत्रियों पर दांव खेल सकता है। चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने से एक मंत्री का पद और खाली हो जाएगा, वहीं पूर्व से ही मंत्री का एक पद खाली है। नई सरकार के कैबिनेट में इसे भी भरने की कार्रवाई की जा सकेगी।