CID started investigation :झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के 11 मार्च 2025 को पलामू के चैनपुर में हुए एनकाउंटर मामले की जांच अब आपराधिक जांच विभाग (CID) ने अपने हाथ में ले ली है।
CID ने चैनपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी (FIR) को टेकओवर कर नया केस दर्ज किया है। तत्कालीन ATS इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने एनकाउंटर के बाद अमन साहू और उसके गिरोह के सात अज्ञात सदस्यों के खिलाफ चैनपुर थाने में मामला दर्ज कराया था, जिसमें पुलिस पर हमले और बमबाजी का आरोप लगाया गया था।
जवाबी कार्रवाई में मारा गया अमन साहू
घटना के अनुसार, 11 मार्च को झारखंड ATS की टीम अमन साहू को छत्तीसगढ़ के रायपुर सेंट्रल जेल से रांची के NIA कोर्ट में पेश करने के बाद होटवार जेल शिफ्ट करने ला रही थी।
सुबह करीब 9:30 बजे, चैनपुर-रामगढ़ सीमा पर अंधारी ढोढ़ा घाटी के जंगल में साहू के सहयोगियों ने ATS के काफिले पर गोलीबारी और बमबाजी की, ताकि उसे छुड़ाया जा सके।
पुलिस के अनुसार, हमले के दौरान वाहन अनियंत्रित हुआ, और साहू ने ATS हवलदार राकेश कुमार की INSAS राइफल छीनकर भागने की कोशिश की। ATS की जवाबी कार्रवाई में अमन साहू मारा गया, जबकि हवलदार राकेश घायल हो गए।
150 से अधिक आपराधिक मामले थे दर्ज
घटनास्थल से खाली कारतूस, जिंदा बम, और विस्फोट के अवशेष बरामद हुए।
अमन साहू पर झारखंड, छत्तीसगढ़, और पश्चिम बंगाल में 150 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, उगाही, और रंगदारी शामिल थी।
वह कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा था और जेल से ही अपराध संचालित करता था। हाल ही में हजारीबाग में NTPC के डिप्टी GM कुमार गौरव की हत्या (8 मार्च) और रांची में कोयला व्यापारी बिपिन मिश्रा पर हमले (7 मार्च) में उसकी भूमिका की जांच के लिए उसे रायपुर से लाया गया था।