रांची: प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के बयान पर पलटवार किया है।
प्रवक्ताओं ने बुधवार को कहा कि दुनियाभर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ और प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं का यह मानना है कि झारखंड सहित पूरे देश में कोरोना संक्रमण का दूसरा लहर प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि यह मोदी आपदा है।
केंद्र सरकार की विफलता की वजह से अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हुई है।
भाजपा शासनकाल में पूरी तरह से सिस्टम फेल हो गया है। इस कारण आज लाखों लोग की जान चली गयी।
प्रवक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संकट से मुक्ति के लिए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते है, तो उसका जवाब कभी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा बड़े ही हलके ढंग में जवाब देते है।
यही कारण है कि आज देश की नदियों में लाशें बह रही है। शमशान घाट और कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी है।
बाबूलाल मरांडी को यह बताना चाहिए कि जब आज दुनिया भर में 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को टीकाकरण शुरू हो रहा है, तो देश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को भी वैक्सीन क्यों नहीं मिल पा रहा है।
बाबूलाल मरांडी को मानव सेवा से जुड़े कांग्रेस पार्टी के करीब डेढ़ सौ साल पुरानी परंपरा पर उंगुली उठाने से पहले यह बताना चाहिए कि जब प्रधानमंत्री एक मई से देशभर में युवाओं के लिए वैक्सीनेशन की घोषणा करते है, तो 15 दिनों तक झारखंड को क्यों नहीं कोरोना टीका उपलब्ध करायी जाती है।