रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव मोतीलाल वोरा के निधन पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे आदि ने गहरी संवेदना एवं दुख प्रकट किया है।
मोतीलाल वोरा के निधन के समाचार की खबर सुनते ही झारखंड प्रदेश के कांग्रेस जनों में शोक की लहर व्याप्त हो गई।
रामेश्वर उरांव ने कहा कि मोतीलाल वोरा के निधन से व्यक्तिगत रूप में उन्हें गहरा सदमा लगा है।
उनके साथ एक युग का अंत हो गया।
मुझे उन्हें करीब से जानने का मौका मिला था, उनका प्यार, मधुर स्वभाव और सरलता हमेशा याद आएगी, मोतीलाल वोरा का आकस्मिक निधन कांग्रेस परिवार और भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।
उनके शोक संतप्त परिवार एवं उनके शुभचिंतकों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना एवं दुख प्रकट करता हूं तथा ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे।
आलम ने कहा कि मोतीलाल वोरा के राजनीतिक जीवन में उनका कुशल नेतृत्व ,सरल व्यक्तित्व के धनी कांग्रेस पार्टी ने एक मजबूत स्तंभ और मजबूत इरादों वाले राजनीतिक शख्सियत को खो दिया है।
हर नेता हर कार्यकर्ता को व्यक्तिगत तौर पर आज दुख महसूस हो रहा है।
बादल पत्रलेख ने अपने शोक संदेश में कहा कि मोतीलाल वोरा कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा,समर्पण और धैर्य के प्रतीक थे। 92 साल की उम्र में भी वे हर मीटिंग में मौजूद रहते थे और हर निर्णय पर उन्होंने अपने विचार खुलकर प्रकट किया।
आज दुख भरे दिल से उन्हें अलविदा कहते हुए यह महसूस हो रहा है कि परिवार के एक सबसे बड़े बुजुर्ग सदस्य हमारे बीच से चले गए।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उनके निधन से कांग्रेस पार्टी ने अपना अभिभावक खो दिया है।