रांची: झारखंड कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में आंदोलन को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष, जोनल कोऑर्डिनेटर, वरिष्ठ पदाधिकारी, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष, मोर्चा संगठनों एवं विभागों के अध्यक्षों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
उरांव ने कहा कि हमारे देश के अन्नदाता किसान खेतों एवं खलिहानों में अपने जीवन और आजीविका व अपने वर्तमान एवं भविष्य को बचाने के लिए ऐतिहासिक संघर्ष व आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार के नापाक इरादे ने हमारे किसानों के खून, पसीने और आंसुओं को मुट्ठी भर पूंजीपतियों के फायदे के लिए बेच दिया, जिससे उन्हें देश की राजधानी और सीमाओं पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इन काले कानूनों को लागू करने और पारित करने के बाद से कांग्रेस पार्टी हमारे अन्नदाताओं के लिए लड़ने में सबसे आगे रही है। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों के अनुसार अब तक 150 से अधिक किसानों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गवाईं।
इसके बावजूद प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार ने उनकी पीड़ा को महसूस करने या न्याय करने एवं उनके रोने को सुनने से इनकार कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संगठन सरकार के माध्यम से अन्नदाता किसानों के वैद्य जन आंदोलन को गलत तरीके से फैलाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है ताकि शांतिपूर्ण तरीके से किसानों का विरोध करने पर झूठी जानकारी, दुष्प्रचार और गैरकानूनी हिंसा फैलाई जा सके।
इतना ही नहीं अब तो किसानों को रोकने
के लिए बड़ी-बड़ी दीवारें और रास्ते में कीलें लगाई जा रही हैं जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
अखिल भारतीय कांग्रेस के द्वारा निर्देशित कार्यक्रमों के आलोक में प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में लिए गए निर्णय के तहत आगामी 10 फरवरी को झारखंड के सभी प्रखंडों में किसानों के समर्थन में अधिवेशन किए जाएंगे एवं काले कानून वापस किए जाने की मांग की जाएगी।
वहीं 13 फरवरी को झारखंड के सभी जिला मुख्यालयों में 10 से 20 किलोमीटर की पदयात्रा निकालकर किसान आंदोलन को ताकत दी जाएगी एवं काले कानून का विरोध किया जाएगा।
30 फरवरी को राज्यव्यापी ट्रैक्टर रैली सह किसान सम्मेलन हजारीबाग में आयोजित किए जाएगा। जिसमें झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह को भी आमंत्रित किया जाएगा।
आलोक दूबे ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 12 फरवरी को कांग्रेस भवन में रामेश्वर उरांव प्रेस कॉन्फ्रेंस सोशल मीडिया के साथ आयोजित करेंगे।
किसानों के समर्थन में किए जा रहे सभी आंदोलनों की सफलता के लिए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को संयोजक बनाया गया है।
मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने इस जिम्मेदारी के लिए प्रदेश अध्यक्ष को धन्यवाद दिया और कहा कि किसानों की आवाज सरकार तक पहुंचाने का काम किया जाएगा, जिस प्रकार लगातार किसानों के साथ वर्तमान केंद्र की सरकार अत्याचार कर रही है।
देश भर के आन्दोलन कर रहे किसानों को ताकत दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 फरवरी, 13 फरवरी और 20 फरवरी को निर्धारित आंदोलन को पूरी तरह से सफल बनाया जाएगा।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक ममता देवी, राजेश ठाकुर, संजय लाल पासवान, मानस सिन्हा, जोनल कोऑर्डिनेट सुलतान अहमद, रमा खलखो आदि उपस्थित थे।