Babulal Marandi’s brother and niece :झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के भाई राधेश्याम मरांडी और भतीजी ज्योति मरांडी से जन्म प्रमाण पत्र को ऑनलाइन करवाने के लिए एक अधिवक्ता द्वारा 5000 रुपये रिश्वत मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
यह घटना गिरिडीह जिले के खोरीमहुआ अनुमंडल कार्यालय की है, जहां ज्योति कई दिनों से अपने पिता के साथ जन्म प्रमाण पत्र को ऑनलाइन करवाने के लिए चक्कर लगा रही थीं।
ज्योति मरांडी ने बताया कि उनका जन्म प्रमाण पत्र पहले से बना हुआ है, और उसे केवल ऑनलाइन अपडेट करना था। इसके बावजूद, अनुमंडल कार्यालय में एक अधिवक्ता ने 5000 रुपये की मांग की, और रिश्वत न देने पर उनका काम अटका रहा।
ज्योति ने सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष की भतीजी का काम बिना रिश्वत के नहीं हो पा रहा, तो आम जनता की स्थिति कितनी बदतर होगी, यह आसानी से समझा जा सकता है।”
शिकायत के बाद, खोरीमहुआ अनुमंडल पदाधिकारी (SDM) अनिमेष रंजन ने 24 अप्रैल, 2025 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मामले की गंभीरता को स्वीकार किया।
उन्होंने बताया कि अधिवक्ता, जो खोरीमहुआ अनुमंडल न्यायालय मेंशिकायत के बाद, खोरीमहुआ अनुमंडल पदाधिकारी (SDM) अनिमेष रंजन ने 24 अप्रैल, 2025 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मामले की गंभीरता को स्वीकार किया।
उन्होंने बताया कि अधिवक्ता, जो खोरीमहुआ अनुमंडल न्यायालय में प्रैक्टिस करता है, के खिलाफ झारखंड राज्य बार काउंसिल को पत्र लिखकर सूचित किया जाएगा। अधिवक्ता पर गैर-विधिक कार्यों में संलिप्तता और आम नागरिकों से अनुचित तरीके से पैसे मांगने के आरोप में अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।