Fraud In The Name Of Investment In Business : बिजनेस में निवेश के नाम पर ठगी का शिकार हुआ एक युवक पिछले एक साल से पुलिस और प्रशासन के चक्कर काट रहा है, लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिला है। Ranchi के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के Kadru निवासी सुहैल अंसारी ने ठगी और धमकी की शिकायत कई बार पुलिस से की, लेकिन FIR दर्ज नहीं की गई।
थाने में दुर्व्यवहार और पुलिस की लापरवाही से परेशान होकर अब उन्होंने रांची SSP Chandan Kumar Sinha से न्याय की गुहार लगाई है।
ऑनलाइन एफआईआर के बावजूद नहीं मिली मदद
पीड़ित ने बताया कि 2023 में बिजनेस में पैसे लगाने के नाम पर तीन युवकों ने उनसे पांच लाख रुपये ठग लिए। जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
इस मामले की शिकायत उन्होंने अरगोड़ा थाना में दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अब तक उनकी FIR दर्ज नहीं की। पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया और कहा, “ठगे गए हो तो पुलिस तुम्हारे पैसे वापस दिलाएगी क्या?”
पीड़ित ने बताया कि जब भी वह थाने जाते हैं, तो पुलिसकर्मी अफसर के छुट्टी पर होने का बहाना बना देते हैं। इतना ही नहीं, पुलिस ने यह भी कह दिया कि यह मामला क्राइम की श्रेणी में नहीं आता, इसलिए वह कोर्ट में केस करें।
थाने में कोई सुनवाई न होने पर सुहैल अंसारी ने Online FIR भी दर्ज कराई, लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं मिली।
कैसे हुई ठगी?
सुहैल अंसारी ने बताया कि 2016 से 2023 तक वसी जफर इकबाल और उसका भाई वसीम जफर कैफी उनके घर के पास रहते थे। अप्रैल 2022 में इन दोनों ने उनकी मुलाकात वसीम कमल से कराई, जो Doranda थाना क्षेत्र के परस टोली का रहने वाला है।
वसीम कमल और वसी ने उन्हें बिजनेस में निवेश कर हर महीने 10% मुनाफा देने का लालच दिया। झांसे में आकर सुहैल अंसारी ने चार लाख रुपये निवेश कर दिए, जबकि उनकी मौसी से भी एक लाख रुपये ठग लिए गए।
शुरुआत में 4 से 6 महीने तक वादा किए अनुसार कुछ मुनाफा दिया गया, लेकिन बाद में न तो मुनाफा मिला और न ही मूल रकम वापस की गई। जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे, तो धमकियां दी गईं।
एसएसपी से न्याय की अपील
अरगोड़ा थाना की पुलिस से निराश होकर सुहैल अंसारी ने अब रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने SSP कार्यालय में आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी दी और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।
अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस इस मामले में कोई ठोस कदम उठाती है या फिर पीड़ित को और लंबा इंतजार करना पड़ेगा।