देवघर: उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को श्रावणी मेला, 2021 के न होने की स्थिति से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी।
मौके पर उपायुक्त ने बताया कि बढ़ते संक्रमण के प्रकोप और संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए भारत सरकार व राज्य सरकार के आदेशानुसार वर्तमान में मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूर्णतः रोक लगाया गया है।
ऐसे में श्रावणी मेला के आयोजन न होने की स्थिति में विधि-व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था को आपसी समन्वय के साथ और भी सुदृढ़ करने की तैयारियों को तय समय अनुसार दुरूस्त करते की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने बताया कि मंदिर व इसके आस-पास के क्षेत्रों, सीमावर्ती ईलाकों चेक पोस्टों पर दण्डाधिकारी एवं सुरक्षा कर्मियों को ब्रीफ करने के बाद से शनिवार को तैनात किया जायेगा।
साथ हीं मंदिर के आस-पास व रूटलाईन क्षेत्र के लिए उड़नदस्ता दल का गठन करते हुए दण्डाधिकारियों व पुलिस फोर्स को प्रतिनियुक्ति करते हुए 24×7 एक्टिव मोड में टीम को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि आवश्यकतानुसार इनकी संख्या बढ़ायी जायेगी, ताकि कोई भी बाहरी वाहन या बाहर से पूजा-पाठ करने हेतु किसी श्रद्धालु को मंदिर परिसर के आस-पास न जाने दिया जाय।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर वर्तमान में मंदिर परिसर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश पूर्णतः निषिद्ध है।