धनबाद/रांची: धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश (अष्टम) उत्तम आनंद की संदिग्ध हालात में मौत के मामले की सीबीआई की जांच में तेजी आ गई है।
सीबीआई अधिकारी रविवार को घटनास्थल पर पहुंच कर एक बार फिर घटना को रिक्रिएट किया।
टीम घटनास्थल पर ऑटो और जज की डमी की मदद से घटना को रिक्रिएट किया। टीम अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर घटना के संबंध में सुबूत जुटाने में जुटी है।
इससे पहले शनिवार को भी सीबीआई टीम ने यहां सीन रीक्रिएट कराया था।
अब तक क्या हुआ
– 28 जुलाई को धनबाद में मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो के टक्कर से जज उत्तम आनंद की मौत हो गई थी। – 29 जुलाई को गिरिडीह और धनबाद से आरोपित गिरफ्तार।
– 29 जुलाई को मामला हाईकोर्ट पहुंचा, कोर्ट ने लगायी फटकार।
– 29 जुलाई को एडीजी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एसआइटी गठित।
– 29 जुलाई को सीसीटीवी फुटेज में जान बूझकर टक्कर मारने का मिला सबूत।
-30 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने डीजीपी और सीएस से मांगी रिपोर्ट।
-31 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की।
-04 अगस्त को सीबीआई ने जांच शुरू की।
-05 अगस्त को अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सह सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिखा अग्रवाल की अदालत में आवेदन दायर कर जेल में बंद ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को पांच दिनों पर रिमांड पर देने की मांग की। अदालत ने दोनों को पांच दिनों के रिमांड पर देने की अनुमति दे दी।
-07 अगस्त को सीबीआई ने टीम घटनास्थल पर ऑटो और जज की डमी की मदद से घटना को रिक्रिएट किया