धनबाद: हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) में शेष 15 स्थानीय मजदूरों को वार्ता के बाद भी काम पर नहीं रखने के विरोध में स्थानीय मजदूरों ने घटवार आदिवासी महासभा के नेतृत्व में मंगलवार को रणधीर वर्मा चौक स्थित धरना स्थल पर अर्धनग्न प्रदर्शन किया।
बाबूलाल महतो का कहना है कि विगत 21 जुलाई, 2020 को हर्ल गेस्ट हाउस में धनबाद के श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, लेवर एनफोर्समेंट अधिकारी हरेंद्र सिंह, हर्ल व एफसीआइ के जीएम के साथ मजदूर प्रतिनिधियों की समझौता वार्ता हुई थी।
इसमें 35 मजदूरों को पुनः काम में रखने के लिए लिखित आश्वासन प्रबंधन की ओर से दिया गया था। बाद में 20 मजदूरों को हर्ल प्रबंधन की ओर से काम दिया गया लेकिन 15 मजदूर अभी भी बेरोजगार भटक रहे हैं।
शेष 15 स्थानीय मजदूरों को काम पर रखने के मामलें में हर्ल प्रबंधन टाल मटोल की नीति अपना रही है। हर्ल में बाहरी मजदूरों से काम लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 15 मजदूरों को हर्ल में नौकरी दिलाने की मांग को लेकर 25 मार्च को धनबाद स्थित उप श्रम आयुक्त केंद्रीय श्रम भवन धनबाद में पूर्ण नग्न होकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके बाद भी हर्ल प्रबंधन की ओर से मजदूरों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो 28 मार्च से उप श्रम आयुक्त केंद्रीय श्रम भवन के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।