दुमका: सरैयाहाट प्रखंड के केंदुआ गांव निवासी राजकुमार साह का शव शुक्रवार की देर शाम गुरुग्राम से दुमका लाया गया। पिता अपने बेटे का शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए थे।
इधर, शव को आखिरी बार देखने के लिए स्वजन दिनभर पथराई आंखों से इंतजार करते रहे।
हर कोई अपने घर के दरवाजे पर ही बैठा था।
मां रामप्यारी देवी और बहन प्रीति कुमारी का को रोते देख गांव के हर व्यक्ति की आंख नम थी।
बहन प्रीति यह कहकर रो रही थी कि अब उसकी शादी कौन कराएगा।
घर की माली हालत खराब रहने के कारण राजकुमार गुरुग्राम में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था।
बहन की शादी के लिए पैसा जमा कर रहा था। तीन बहनों में से दो की शादी हो चुकी है।
छोटी बहन की शादी के लिए पिता के साथ राजकुमार परिवार से अलग रहकर जी-तोड़ मेहनत कर रहा था, लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था। शादी के पहले ही कमाऊ भाई की अर्थी उठ गई।
राजकुमार के साथ उसके पिता रामविलास साह भी गुरुग्राम में ही सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं।
वे शव को लेकर अपना गांव केंदुआ लौट रहे थे।
इसको लेकर बताया जा रहा है कि गुरुग्राम में बुधवार को ड्यूटी के दौरान ट्रैक्टर ट्रेलर के चालक से मिट्टी गिराने को लेकर बेहोश हुई थी। इसमें राजकुमार चालक को मिट्टी गिराने से मना कर रहा था।
बात बढ़ी तो चालक ने गुस्से में आकर उस पर गाड़ी चढ़ा दी।
उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
इसके बाद इलाज के लिए उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।