JSSC CGL exam cancellation : सोमवारको 21 और 22 सितंबर को झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (JSSC) की ओर से आयोजित कॉमन ग्रेजुएट लेवल एग्जाम (CGL) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी सोमवार को JSSC कार्यालय के पास धरना देने पहुंचे थे।
शाम के समय प्रदर्शन के दौरान पत्थर बाजी की भी सूचना है जिसमें कुछ पुलिस कर्मियों के घायल होने की बात कही जा रही है। कांके थाना प्रभारी की उंगली में चोट लगी है। अभ्यर्थियों का कहना था कि उनके आंदोलन को विफल करने के लिए कई लोग ऐसे हैं, जो जानबूझकर ऐसा कर रहे।
JSSC सचिव से मिला अभ्यर्थियों का दल
अभ्यर्थियों का 11 सदस्यीय दल जेएसएससी कार्यालय में सचिव से मिला। इस दौरान अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया गया कि जब तक जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती रिजल्ट का प्रकाशन नहीं होगा।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कुणाल प्रताप सिंह ने बताया कि पहले तो JSSC के पदाधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं हो रहे थे, बाद में उन्होंने बातों को सुना और हमारी बातों को सुनने के बाद आश्वासन दिया
किसी भी जांच के लिए तैयार
निषेधाज्ञा लागू होने के बाद भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन को पहुंचे। उनका कहना था कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। परीक्षा में पेपर लीक हुआ है, जो भी आरोप लगाए हैं वे पूरी तरह से सही हैं।
कहा, अगर हम गलत हैं तो कानून है, उस आधार पर सरकार कार्रवाई करे। कहा, सरकार को नोटिस का जवाब तुरंत चाहिए। हमें अपराधियों की तरह नोटिस दिया गया।
हमने सभी साक्ष्य चार दिन पहले ही दे दिए। एक CD और एक Pen drive दिया। सीडी को ब्लैंक बताया जा रहा है। टेक्निकल Error हो सकता है, लेकिन ब्लैंक नहीं।