कोडरमा: जिला मुख्यालय से सटे फुलवरिया के पास चाल धंसने से चार लोगों की मौत हुई है।
शुक्रवार को दिन के 11 बजे तक 2 शव निकाले जा चुके हैं जबकि दो अन्य शवों को निकालने का प्रयास जारी है।
गौरतलब है कि गुरुवार को माइका के अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से आधा दर्जन से अधिक लोग दब गए थे।
इनमें से चार लोगों की मौत की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार फुलवरिया से सटे घटरवा के पास अभ्रक स्क्रैप यानि ढिबरा निकालने के दौरान चाल धंसने से आधा दर्जन से अधिक लोग दब गए थे।
घटना के बाद दो लोगों को स्थानीय ग्रामीणों ने किसी तरह निकाल लिया, जिनकी स्थिति गंभीर है।
पूर्णानगर के महेंद्र दास, चंदर दास, लखन दास तथा कौशल्या देवी और डुमरियाटांड के राजेश सिंह घटवार, संजय सिंह घटवार और कुछ अन्य ढिबरा चुनने के दौरान चाल धंसने से दब गए।
इनमें राजेश सिंह घटवार और संजय सिंह घटवार को ग्रामीणों ने निकाल लिया जिनकी स्थिति अब भी गंभीर है। वहीं रात में ही वन विभाग और पुलिस की टीम के पहुंचने के बाद शवों को निकालने का प्रयास किया गया।
शुक्रवार को लखन दास और कौशल्या देवी के शव निकाले गए।
जबकि महेंद्र दास और चंदर दास के शव अबतक नहीं निकाले जा सके हैं।
बताया जाता है कि वहां अवैध रूप से माईका स्क्रैप चुनने और निकालने का काम लंबे अरसे से चल रहा है।
कोडरमा मडुआबारी के इस्लाम मिया के द्वारा कार्य कराए जाने की सूचना है। रात में ही पहुंचे कई अधिकारी – घटना के बाद सूचना पाकर देर रात कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
एसपी एहतेशाम वकारीब, डीएफओ सूरज कुमार और एसडीओ मनीष कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य का जायजा लिया।
अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध उत्खनन को भी देखा।