गढ़वा: भंडरिया थाना क्षेत्र स्थित बड़गड़ प्रखंड मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर दुर्गम पहाड़ों पर बसे बहेरा टोली गांव में शनिवार को आग की घटना में आदिम जनजाति कोरवा परिवार के दो बच्चे जिंदा जल गए।
इस घटना में एक बच्चा गंभीर रूप से झुलस गया, जिसका इलाज भंडरिया में चल रहा है। घटना के वक्त बच्चों के माता-पिता महुआ चुनने जंगल गए हुए थे।
इसी दौरान बच्चों ने खेल-खेल में बरामदे में रखे सरसों फसल के बोझे में आग लगा दी और उसकी चपेट में आ गए।
जानकारी के अनुसार बच्चों के माता-पिता हर दिन की तरह सुबह लगभग छह बजे अन्य ग्रामीणों के साथ महुआ चुनने जंगल चले गए थे।
इसी बीच बच्चों की गलती से फसल में लगी आग चारों तरफ फैल गई। इसके बाद आग से बचने के लिए राजनाथ कोरवा की तीन वर्षीय पुत्री रुबिता कुमारी और बिगन कोरवा का तीन वर्षीय पुत्र चंद्रेश कुमार घर के कोने में छिप गया।
देखते ही देखते आग की लपटें उन तक पहुंच गई और दोनों बच्चे जिंदा जल गए। पांच वर्षीय चंदन कोरवा आग में बुरी तरह से झुलस गया, जिसका इलाज चल रहा है।
घटना स्थल से महज दो सौ मीटर पर स्थित निर्माणाधीन बहेराटोली पुलिस कैंप में तैनात जवानों ने जैसे ही धुंआ उठते देखा, तत्काल वहां पहुंच गए।
उनलोगों ने काफी मशक्कत से आग बुझाई। इससे घर पूरी तरह जलने से बच गया। जवानों ने बताया कि घर में आग लगी है यह तो दिख रहा था, पर वहां मासूम बच्चे भी थे, पता नहीं चल सका था।