गिरिडीह: गिरिडीह वन विभाग और खनन विभाग ने एक साथ सफेद कार्टेज पत्थर से पाउडर बनाने वाली फैक्ट्री में शुक्रवार को छापेमारी (Raid) की।
छापेमारी टीम में रेंजर एसके रवि और माइनिंग इंस्पेक्टर अभिजीत कुमार के साथ कई वनरक्षी और वनपाल शामिल रहे।
अधिकारियों ने हाईटेक पत्थर फैक्ट्री के सारे डॉक्यूमेंट जब्त कर लिया
दौरान दोनों विभाग के अधिकारी सबसे पहले मुफ्फसिल थाना इलाके के टिकोडीह के एचआर हाईटेक पत्थर फैक्ट्री (HR Hi-Tech Stone Factory) गए, जहां बड़े पैमाने पर सफेद कार्टेज पत्थर का स्टॉक तो रखा था लेकिन स्टॉक का कोई डॉक्यूमेंट नहीं था।
बताया जाता है कि एचआर हाईटेक पत्थर फैक्ट्री शहर के रिंकू बगेडिया का है और बगैर किसी लाइसेंस के चलाया जा रहा था।
इतना ही नहीं अधिकारियों की नजर से बचने के लिए रिंकू बगेडिया अपने इस Illegal Stone Factory को काफी अंदर संचालित कर रहा था।
इसके आगे दो और फैक्ट्री है, लेकिन दोनों बंद है। इसी दोनों बंद पड़ी फैक्ट्री के बाद तीसरा फैक्ट्री रिंकू बगेडिया अवैध रूप से white cartridge stone का चला रहा था।
जानकारी के अनुसार रिंकू बगेडिया के टिकोडीह के इस फैक्ट्री से बड़े पैमाने पर पत्थर की पिसाई कर पचम्बा के दूसरे प्लांट में हर रोज आपूर्ति किया जाता है। टीम के अधिकारियों ने एचआर हाईटेक पत्थर फैक्ट्री के सारे Document जब्त कर लिया है।
बालमुकुंद फैक्ट्री के पास नहीं था कोई डॉक्यूमेंट
इसके बाद टीम के अधिकारी गादीश्रीरामपुर के नायक फैक्ट्री पहुंचे. जहां चंदन साहू के इस नायक फैक्ट्री में पत्थरों के सारे स्टॉक फैक्ट्री मालिक Chandan Sahu के पास मौजूद थे।
इसके बाद टीम के अधिकारी गंगापुर के बालमुकुंद फैक्ट्री गए, तो बालमुकुंद फैक्ट्री में भी करीब 40 टन सफेद कार्टेज पत्थर पाया गया।
लेकिन कोई डॉक्यूमेंट Balmukund Factory के पास नहीं था। दो विभागों की इस छापेमारी के दौरान इलाके के कई पत्थर माफिया भरत पंडित और अरुण यादव द्वारा अवेध रूप से पत्थरों के अवैध खनन का किए जाने की बात सामने आई।