रांची : राज्यपाल Ramesh Bais ने राज्य में स्थापित निजी विश्वविद्यालयों की वस्तुस्थिति की शीघ्र जांच करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि जो भी निजी विश्वविद्यालय UGC एवं सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनकी मान्यता रद्द करने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई प्रारम्भ करें।
निजी विश्वविद्यालयों की स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं राज्यपाल
राज्यपाल ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि राज्य में स्थापित निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ समीक्षा बैठक में पाया गया था कि इनकी स्थिति ठीक नहीं है।
उन्होंने निजी विश्वविद्यालयों को अति शीघ्र UGC एवं सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन करने एवं आधारभूत संरचना विकसित करने का निर्देश दिया था।
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
Governor गुरुवार को राज भवन में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा केके खंडेलवाल, राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी एवं उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
Governor ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्रदान करने के पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि उसके पास पर्याप्त भूमि, भवन एवं आधारभूत संरचना उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि छात्र हित में निजी विश्वविद्यालयों (Private Universities) को संचालन के लिए सभी अहर्ताओं का पालन करना जरूरी है।
कहा-शीघ्र हो नीलांबर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का हस्तांतरण
Governor ने झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के स्टैच्यूट निर्माण की अद्यतन समीक्षा करते हुए कहा कि 23 मई को आहुत बैठक में भी इसे अमल में लाने का निर्देश दिया गया था।
Governor को अवगत कराया गया कि झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के स्टैच्यूट निर्माण की संचिका कार्मिक विभाग में है, शीघ्र ही यह निर्मित हो जाएगा।
Governor ने नीलांबर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का हस्तांतरण की अद्यतन समीक्षा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को शीघ्र ही भवन हस्तांतरित करें।
राज्यपाल ने झारखंड विश्वविद्यालय के लिए आवश्यक स्टैच्यूट (Statue) का गठन करने का निर्देश दिया। वर्ष 2010-2018 अवधि के लिए स्टैच्यूट के गठन की अद्यतन समीक्षा के क्रम में कहा गया कि इस संबंधी संचिका में Finance Dept की सहमिति प्राप्त कर ली गई है।
वर्ष 2018 में गठित स्टैच्यूट (Statue) में संशोधन के संदर्भ में भी चर्चा की गई और इसे जल्द ही मंजूरी दे दी जायेगी।
झारखंड खुला विश्वविद्यालय के पास काम करने की जगह को लेकर किए सवाल
राज्यपाल ने यह भी कहा कि झारखंड खुला विश्वविद्यालय (Jharkhand Open University) के पास काम करने की कोई जगह नहीं है तो अगस्त माह से कैसे अधिकारी काम करेंगे?
उन्होंने निर्देश दिया कि झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Jharkhand Technological University) के कैंपस में एक भवन है जो किसी उपयोग में नहीं है, उसकी जल्द से जल्द आवश्यक मरम्मत कर तीन-चार माह के अंदर झारखंड खुला विश्वविद्यालय को दिया जाय ताकि वहां से उनका कार्य सुचारु रूप से चलाया जा सके।