गुमला: रायडीह थाना परिसर में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष चंद्र लाल ने प्रेस वार्ता कर चर्चित घूरा मुंडा हत्याकांड का खुलासा किया।
पदाधिकारी ने बताया कि बीते 30 जुलाई को कथित तौर पर जिलिंगसिरा गांव के घूरा मुंडा की अज्ञात अपराधियों द्वारा हत्या कर दी गई थी और हाथ-पैर बांध कर नदी में फेंक दिया था।
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत अज्ञात लोगों के खिलाफ घाघरा थाना में मामला दर्ज किया था।
पदाधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला कि घटना के दिन पोढी चौक पर मृतक को कुछ लड़कों के साथ देखा गया था।
शक तब गहरा हुआ जब घटना के एक दिन बाद उनमें से एक लड़का गांव छोड़ कर हिमाचल प्रदेश चला गया।
इसके बाद तुरंत पुलिस ने लड़के को आरपीएफ की मदद से रेलवे स्टेशन पर दबोच लिया।
इस कार्य में अलीगढ़ पुलिस का सराहनीय सहयोग रहा और उन्हें जिला पुलिस प्रशासन की ओर से प्रशस्ती पत्र भेजा जा रहा है।
इसके बाद उस लड़के को घाघरा थाना लाया गया, जहां उससे पूछताछ की गई। उसने बताया कि इस हत्याकांड को जिलिंगसिरा गांव के ही बबलू मुंडा( 20) और सतीश उरांव (22 ) ने अंजाम दिया है। इस सूचना के बाद दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। साथ ही इनके निशानदेही पर मृतक की साईकिल भी बरामद की गई है।