गुमला: बिशुनपुर थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित कसमार इलाका के जुड़वानी गांव में माओवादियों के द्वारा बिछाए गए आईईडी ब्लास्ट में बुधवार की देर शाम जुड़वानी निवासी बुधु नगेसिया की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार बिशुनपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न जंगलों में भाकपा माओवादियों के द्वारा अपनी सुरक्षा और पुलिस को नुक़सान पहुंचाने के मकसद से आईईडी बिछाया गया है।
बुधवार को जुड़वानी गांव के बुधु नगेसिया अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर गया हुआ था।
इसी दौरान वह तभी वह भाकपा माओवादी के द्वारा बिछाए गए आईईडी की चपेट में आ गया।
इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ब्लास्ट में उसका एक पैर पूरी तरह उड़ चुका था।
इधर घटना की सुचना बिशुनपुर पुलिस मिली तो गुरुवार की सुबह थाना प्रभारी सदानंद सिंह के नेतृत्व में पुलिस घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है।
मालूम हो कि माओवादियों एवं पुलिस के बीच हो रहे खूनी संघर्ष में हमेशा गांव के बेकसूर लोगों की जान जा रही है।
घटना के बाद ग्रामीणों ने शव को लाया घर
जंगल में आईईडी ब्लास्ट में बुधू नगेसिया की मौत की सूचना मिलने के बाद गांव के लोग घटनास्थल पहुंचे और शव को उठा कर उसके घर ले गये।
प्रखंड का सुदूरवर्ती गांव जुड़वानी जिसके चलते लोग घटना की सूचना समय पर प्रशासन व स्थानीय मुखिया को नहीं दे सके। सुबह मृतक की पत्नी ललिता देवी कुछ ग्रामीणों के साथ मुखिया के गांव बेठड गांव पहुंचकर मुखिया को घटना की सूचना दी।
घटना के बाद गांव में भय का माहौल व्याप्त है। ग्रामीण जहां घटना के बाद घटनास्थल से शव को गांव ले आए।
इससे ग्रामीणों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है ।दूसरी और उन्हें नक्सलियों का डर भी सता रहा है।
पुलिस कर रही है जंगल में आईईडी सर्च
घटना कि सूचना पर बिशुनपुर थाना प्रभारी सदानंद सिंह के नेतृत्व में पुलिस गांव पहुंची। सर्वप्रथम शव को कब्जे में करते हुए बिशनपुर थाना भेजा गया।
इसके उपरांत घटनास्थल एवं आसपास के जंगलों में पुलिस माओवादी द्वारा आईडी बमों को सर्च कर रही है।