हजारीबाग: जिले के पदमा थाना कैंपस में शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब अचानक मृत युवती कैंपस में पहुंच गई। पुलिस के साथ-साथ युवती के परिजन और जान-पहचान वाले भी हक्का-बक्का रह गए।
वहीं, युवती के जीवित होने से लोग खुश भी हुए। इसके बाद युवती ने अपनी पूरी दास्तान सुनाई, जो पिछले कई दिनों से लापता थी।
बता दें कि पिता ने चतरा के महेशा जंगल के पास मिले शव की ही पहचान अपनी गायब पुत्री के रूप में की थी।
इसे लेकर लोग किशोरी को मृत मान रहे थे। ऐसे में अचानक उसके आने के बाद सभी लोग आश्चर्य कर रहे थे।
क्या है मामला
युवती ने बताया कि मेरी शादी चार जुलाई को होनी थी तभी मैं घर से बाहर निकली तो एक बच्ची बोली आप को कोई बुला रहा है। मैं जैसे वहां गई हमें पकड़ कर बोलेरो गाड़ी में लोग ले गए और एक रूम में बंद कर दिया।
उसने यह भी बताया कि मेरे साथ एक महिला रहती थी जो समय समय पर खाना देती थी। उसने बताया कि मुझे पंकज नामक व्यक्ति बोलेरो से ले गया था।
पदमा थाना प्रभारी ने बताया कि लड़की नाबालिग है, फिलहाल इसे माता-पिता के हवाले किया जाएगा। वहीं, नियम संगत कार्रवाई भी की जाएगी।
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, चतरा के महेशा जंगल के पास मिली अधजली लड़की के शव के पैर को देखकर पदमा सूरजपुरा निवासी नन्द किशोर मेहता ने उसकी पहचान अपनी बेटी के रूप में की थी।
इधर, इस बात की खबर मीडिया में आने के बाद एक रिश्तेदार ने मोबाइल पर देर शाम उसके पिता से बेटी को बात करवाई। बातचीत के दो चार घंटे बाद ही युवती पदमा थाना भी पहुंच गई।