हजारीबाग: बीएसएफ, मेरु में बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त नव प्रशिक्षुओं के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि 44 सप्ताह के कठिन बुनियादी प्रशिक्षण के बाद नव आरक्षकों के लिए का आज का दिन गौरवपूर्ण है।
मुझे विश्वास है कि आज आप अपनी जिम्मेदारियों और कार्य की चुनौतियों का सामना करने में हमेशा अग्रणी रहते हुए कई मिसाल कायम करेंगे।
उन्होंने कहा कि परेड में शामिल नव आरक्षक भारत के विभिन्न प्रांतों के रहने वाले हैं लेकिन सभी में राष्ट्र की सुरक्षा का जज्बा कूट-कूट कर भरा है।
राज्यपाल ने कहा कि एक लंबी प्रशिक्षण अवधि में अनेकों कठिन पल आए होंगे। उन सभी कठिन पलों में अपने ऊपर नियंत्रण करना तथा अपना हौसला बनाए रखना एक मुश्किल कार्य होता है।
अपनी मानसिक व शारीरिक क्षमता के बलबूते इन कठिन बाधाओं को पार करना एवं राष्ट्र की सेवा में अपने आप को समर्पित करना आपके आत्मविश्वास का परिचायक है।
उन्होंने नव प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी सीमा सुरक्षा बल की गरिमा और इसकी विरासत को ऊंचा रखने में सदैव सफल रहेंगे।
दीक्षांत परेड के मौके पर रानी झांसी परेड ग्राउंड में सीमा सुरक्षा बल के जवानों के हैरतअंगेज कारनामे दिखाए। इस दौरान बीएसएफ के जांबाज जवानों का मोटरसाइकिल दस्ता अपने अपने करतबों से दर्शकों को दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर कर दिया।
इस दौरान नृत्य, संगीत, योगा का भी प्रदर्शन किया गया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इस मौके पर राज्यपाल ने बीएसएफ कैंप में विभिन्न प्रकार के हथियारों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के घातक हथियार रखे गए थे। इनमें 1971 के भारत-पाक युद्ध में शामिल पाकिस्तानी सेना का हथियार भी शामिल था।
अग्रणी नवप्रशिक्षु हुए सम्मानित:
ओवर ऑल फर्स्ट में रिंटू दास एवं अमर ज्योति कुमार, बेस्ट इन ड्रिल में अक्षय नाथ केसी एवं मृणाल कलीता, बेस्ट फायरर में संदीप कुमार एवं अखिल यूके, बेस्ट इन इनड्यूरेंस में सुनील सिंह गौर एवं आनंद पी बाबू को मेडल व प्रतीक चिन्ह देकर राज्यपाल ने सम्मानित किया।
इस दौरान बीएसएफ के आला अधिकारी महा निरीक्षक पीएस बैस, उपायुक्त नैंसी सहाय, पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे,कुलपति मुकुल नारायण देव,प्रशिक्षु आईएएस रीना हंसदा,कमांडेंट मुकुंद कुमार झा,सदर अनुमंडल पदाधिकारी विद्या भूषण कुमार, डिप्टी कमांडेंट एच.के पाठक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।