रांची: डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दल ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि 72 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार स्वास्थ्य विभाग को लेकर संवेदनशील नहीं है।
इस मामले में सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने के कारण रिम्स की ओपीडी सेवा बंद है।
भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि आज झारखंड के स्वास्थ्य व्यवस्था का सबसे बुरा हाल है।
डॉक्टर हड़ताल पर हैं। और उसका वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है।
जिला के स्वास्थ्य व्यवस्था का तो हाल बुरा है ही, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि रांची के हृदय स्थल रिम्स का भी यही हाल है।
न्यूरोलॉजी विभाग का हाल देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीजों का क्या हाल है।
ऐसे में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को इस पर चर्चा करना चाहिए।
सरकार को ना तो मरीजों की चिंता है और ना ही डॉक्टरों की यही कारण है कि डॉक्टरों की हड़ताल को तोड़वाने को लेकर सरकार अब तक कोई कदम नहीं उठा रही है।
विधायक नीरा यादव ने कहा कि झारखंड में स्वास्थ्य की स्थिति बद से बदतर हो गई है।
डॉक्टर अपने विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार मौन साधे हुई है।
उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं कर रही है।
सरकार उनकी मांगों पर विचार करें क्योंकि उनके हड़ताल में जाने के कारण राज्य के मरीजों का बुरा हाल है।