Jharkhand High Court: मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के आरोप में जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के सहयोगी हवाला कारोबारी ताराचंद और नीरज मित्तल के सहयोगी हरीश यादव की जमानत याचिका की सुनवाई Jharkhand High Court में शुक्रवार को हुई।
मामले में कोर्ट ने प्रार्थी और ED का पक्ष सुना। इसके बाद कोर्ट ने इन दोनों के मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया। इस मामले में वीरेंद्र राम के दो अन्य सहयोगियों राम प्रकाश भाटिया और CA नीरज मित्तल ने दाखिल जमानत याचिका वापस ले ली है।
उल्लेखनीय है कि ताराचंद और हरीश यादव के खिलाफ ED ने अभियोजन शिकायत (Charge Sheet) कोर्ट में दाखिल की है। ताराचंद और हरीश यादव को ED ने 23 जून, 2023 को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद ताराचंद को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। इन पर वीरेंद्र राम के पैसों का निवेश में सहायता करने का आरोप है।
वीरेंद्र राम की Black Money को वे विभिन्न बैंकों में लोगो के अकाउंट खुलवाकर व्हाइट करने का काम करते थे। लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाने का काम वह वीरेंद्र राम के सीए नीरज मित्तल के कहने पर करता था।