रांची: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) में रांची में पिछले वर्ष जुमे की नमाज के बाद 10 जून को हुई हिंसा (Ranchi Violence) की जांच NIA से कराने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से NIA जांच कराने के लिए दलील पेश की गयी।
याचिकाकर्ता पंकज यादव की ओर से शपथपत्र दाखिल कर बताया गया कि यह घटना और हिंसा पूर्व नियोजित थी, हिंसा की योजना बनाने वाले बाहरी तत्व थे और उनका PFI से संबंध है।
दो सप्ताह बाद की तिथि निर्धारित की
वहीं वर्ष 2019 में डोरंडा उपद्रव में जो लोग शामिल थे, वहीं लोग रांची हिंसा की घटना में भी शामिल थे। इसलिए इस पूरी घटना की NIA से जांच जरूरी है।
गुरुवार हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा और जस्टिस आनंद सेन की बेंच ने इस जनहित याचिका पर सुनवाई की। अदालत ने इस मामले की विस्तृत सुनवाई के लिए दो सप्ताह बाद की तिथि निर्धारित की है।
पूर्व में NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस घटना की जांच नहीं कर सकती, क्योंकि इस घटना में वैसा कुछ नहीं मिला है, जिसकी जांच NIA करे।