Jharkhand High Court: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) की ओर से प्रमोशन के एक मामले में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर (VC) और रजिस्टर को दिये गये Showcause का जवाब दाखिल नहीं किया जा सका।
मामले में हाई कोर्ट ने बुधवार को विनोबा भावे विश्वविद्यालय (Vinoba Bhave University) के VC और रजिस्टर को जवाब दाखिल करने के लिए एक और मौका दिया है।
कोर्ट ने इन दोनों के अलावा JPSC के सचिव से पूछा है कि याचिकाकर्ता को जो प्रमोशन मिलना है उसे अबतक क्यों नहीं दिया गया?
कोर्ट ने याचिकाकर्ता को उसे दिये जाने वाले प्रमोशन जल्द देने का निर्देश देते हुए मौखिक कहा कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं होने पर विनोबा भावे विश्वविद्यालय के वीसी और रजिस्ट्रार पर कड़ी कार्रवाई भी संभव है।
इससे पहले सुनवाई के दौरान विनोबा भावे विश्वविद्यालय की ओर से कोर्ट को बताया गया कि उसने याचिकाकर्ता के प्रमोशन से संबंधित दस्तावेज JPSC को भेज दिया है।
JPDC की ओर से कहा गया कि उसे अब तक दस्तावेज नहीं मिले हैं। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता रोहित रंजन सिन्हा ने पैरवी की।
कोर्ट ने पिछली सुनवाई में विनोबा भावे वीसी और रजिस्ट्रार को दिये गये शोकॉज पर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए पूछा था कि याचिकाकर्ता के पक्ष में प्रोन्नति देने संबंध में JPSC से सहमति मिलने के बाद भी अदालत के समक्ष तथ्य को छुपा कर शपथ पत्र क्यों दाखिल किया गया?
उल्लेखनीय है कि डॉ पवन कुमार सिंह विनोबा भावे विश्वविद्यालय के तहत मार्खम कॉलेज, हजारीबाग में पदस्थापित हैं। उन्होंने Lecturer Senior Scale एवं रीडर के पद पर प्रोन्नति के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है।