रामगढ़: रामगढ़ जिले में रुंगटा ग्रुप के खिलाफ श्रमिकों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में मंगलवार को अरगड्डा की सैकड़ों महिलाओं ने एसपी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि रात के अंधेरे में अनशनकारियों पर लाठी चटकाई और अनशन पर बैठे अभय कुमार साहनी सहित 13 लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई पूंजीपतियों के इशारे पर आंदोलन को कुचलने के लिए की गई है।
लेकिन अब ग्रामीण अपने आंदोलन को और बड़े पैमाने पर करेंगे।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने बताया कि झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधन के खिलाफ पिछले 14 दिन से अनशन चल रहा था।
न्यूनतम मजदूरी, प्रदूषण सहित आठ मुद्दों को लेकर अभय साहनी ने अनशन शुरू किया था।
उनके समर्थन में लगभग 12 लोग अनशन स्थल पर बैठे थे।
सोमवार की रात 12:00 बजे के बाद अचानक रामगढ़ थाना प्रभारी विद्याशंकर और उनकी पूरी टीम ने अनशनकारियों पर धावा बोल दिया।
अनशनस्थल पर बैठे लोगों को हिरासत में लिया।
जब महिलाओं ने पुलिस ने बात करने की कोशिश की तो उनके साथ भी गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया गया।
मंगलवार को महिलाओं और प्रदर्शनकारियों ने एसपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
बाद में प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी प्रभात कुमार ने वार्ता की और हिरासत में लिये गये अनशनकारियों को छोड़ने की मांग की।
एसपी ने अनशनकारियों को छोड़ने और प्लांट प्रबंधन के गलत रवैया अख्तियार करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
ग्रामीणों के अनुसार एसपी बुधवार को ग्रामीणों और प्रबंधन से वार्ता करने के लिए झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड पहुंचेंगे।