हजारीबाग : केरेडारी प्रखंड के लोयशुकवार गांव की निवासी विधवा शकुंतला देवी पति स्व शिव कुमार सिंह इन दिनों अपनी पुश्तैनी जमीन को बचाने के लिए दर-दर ठोकरें खाने को विवश है।
लेकिन अब तक विधवा महिला को न्याय दिला नहीं मिल पाया है। गौरतलब है कि प्रखंड क्षेत्र में सक्रिय भू-माफिया मनमाने ढंग से लोगों का जमीन हथियाने एवं उसे बेचने का कार्य जारी रखे हुए हैं।
वहीं भू-माफियाओं के इस कार्य में अंचल कार्यालय के कर्मियों की भी मिलीभगत की बात सामने आती रहती है।
ऐसे में किसी सामान्य आदमी के लिए इन भू-माफियाओं से अपनी जमीन को बचा पाना बडी एक बडी चुनौती है, ऐसे में एक अकेली विधवा महिला क्या कर सकती है।
लोकशुकवार गांव निवासी शकंतला देवी ने बताया कि अब से करीब 60-70 वर्ष पूर्व बंटवारा के आधार पर हासिल खाता नंबर 2 प्लाट नंबर 173 में कुल रकबा 39 डिसिमल जमीन पर उनका घर एवं चाहरदीवारी है।
लेकिन उक्त जमीन को भू-माफियाओं के द्वारा अवैध ढँग से आरती देवी पति दशरथ सिंह वगैरह के नाम से दाखिल खारिज करे एलपीसी दे दिया गया।
जिसके आधार पर जमीन की बिक्री की गई। मो. शकुंतला देवी ने बताया कि इस फरेब की जानकारी मिलते ही उन्होंने इसे लेकर अंचलाधिकारी को आवेदन दिया।
उनके आवेदन के आधार पर अंचल अधिकारी ने जिला अवर निबंधक को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति की जानकारी दी और आरती देवी से संबंधित दस्तावेज को निरस्त करने का अनुरोध किया।