Jharkhand Independent Candidates in Loksabha Election: झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों पर NDA गठबंधन और ‘इंडिया’ गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है।
लेकिन पांच Lok Sabha Seats पर मजबूत निर्दलीय प्रत्याशियों के मैदान में कूदने के कारण मुकाबला त्रिकोणीय बन गया है। यह सीटें हैं- लोहरदगा, चतरा, राजमहल, कोडरमा और गिरिडीह। इनमें से तीन नेता JMM और एक नेता राजद से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले हैं।
अब जरा स्थिति को सिलसिले बार समझते हैं। JMM के विधायक चमरा लिंडा लोहरदगा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके हैं। राजमहल सीट से JMM विधायक लोबिन हेंब्रम निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा JMM से बगावत कर चुके हैं और कोडरमा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह राजद से बगावत कर चतरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
गिरिडीह से खतियानी मोर्चा के जयराम महतो निर्दलीय ताल ठोंकने वाले हैं। इन पांचो नेताओं का अपने-अपने क्षेत्र में एक मजबूत प्रभाव है। इनका अपना अलग वोट बैंक है। ऐसे में पांचों निर्दलीय प्रत्याशी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में संबंधित पांचों सीटों पर खेल बिगाड़ सकते हैं।
चमरा लिंडा वर्ष 2004, 2009 और 2014 में लोहरदगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। वो कभी जीत नहीं पाए, लेकिन उन्हें अच्छे वोट मिले। 2004 में वे तीसरे नंबर पर थे। 2009 में दूसरे स्थान और 2014 में तीसरे स्थान पर थे। तीनों चुनाव में मिले वोट से यह साफ है कि चमरा लिंडा का लोहरदगा में अपना जनाधार है।
राजमहल लोकसभा सीट से झामुमो ने सीटिंग सांसद विजय हांसदा को उतारा है। BJP ने ताला मरांडी को टिकट दिया है। बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम (Lobin Hembrum) राजमहल से टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन जब टिकट नहीं मिला, तो उन्होंने भी बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
2005 में JMM ने विधानसभा चुनाव में लोबिन का टिकट काटा था। उस वक्त भी लोबिन निर्दलीय चुनाव में उतर गये थे और चुनाव जीत भी गए। अब राजमहल लोकसभा सीट से लोबिन के उतरने से JMM की टेंशन बढ़ गई है।
पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह चतरा लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट के दावेदार थे, लेकिन BJP ने कालीचरण सिंह को टिकट दे दिया।
इससे नाराज गिरिनाथ टिकट की उम्मीद में वापस अपने पुराने घर राजद पहुंच गए, लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन की सीट शेयरिंग में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। कांग्रेस ने वहां से केएन त्रिपाठी को उतार दिया है।
अब गिरिनाथ सिंह चतरा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी Chatra seat से निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं। गिरिनाथ के चुनाव मैदान में आनS से कांग्रेस और भाजपा दोनों को परेशानी हो सकती है।
कोडरमा में प्रो. जयप्रकाश वर्मा ने BJP और भाकपा माले की टेंशन बढ़ा दी है। कोडरमा सीट पर गांडेय विधानसभा के पूर्व विधायक और झामुमो नेता प्रो. जयप्रकाश वर्मा ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोंक दी है।
टिकट की उम्मीद में जयप्रकाश JMM में शामिल हुए थे, लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन में सीट शेयरिंग के तहत कोडरमा सीट भाकपा माले के खाते में चली गई। बगोदर से माले विधायक बिनोद सिंह यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं BJP से केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी दाेबारा चुनाव मैदान में है। जयप्रकाश के आने से यहां भी त्रिकोणीय मुकाबला होगा।
गिरिडीह में जयराम के आने से मुकाबला त्रिकोणीय
झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के अध्यक्ष व चर्चित युवा नेता जयराम महतो गिरिडीह लोकसभा सीट में बतौर निर्दलीय मैदान में हैं।
गिरिडीह में NDA की सीट शेयरिंग के तहत AJSU पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं। गठबंधन में JMM से मथुरा महतो चुनाव मैदान में हैं। जयराम के आने से यहां का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।